किसान रात के अंधेरे में चोरी छिपे जला रहे पराली
रामपुर बिलासपुर क्षेत्र में किसानों को पराली जलाने से रोकने में प्रशासन पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। कुछ किसान रात के अंधेरे में तो कुछ किसान चोरी-छिपे पराली जला रहें हैं। किसानों ने अब तक पराली का समाधान न होने का आरोप लगाया।
रामपुर: बिलासपुर क्षेत्र में किसानों को पराली जलाने से रोकने में प्रशासन पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। कुछ किसान रात के अंधेरे में तो, कुछ किसान चोरी-छिपे पराली जला रहें हैं। किसानों ने अब तक पराली का समाधान न होने का आरोप लगाया।
जिलाधिकारी ने एक कार्यक्रम के माध्यम से किसानों से खेतों में पराली न जलाने का आह्वान किया। डीएम का कहना था कि अब किसानों को पराली जलाने की आवश्यकता नहीं है। मनरेगा के माध्यम से खेतों से पराली को कटवाया जाएगा और उसे गोशाला सहित आदि जगहों पर भिजवाने का काम किया जाएगा। लेकिन, तहसील में डीएम के इस आदेश को भी हवा में उड़ते देखा गया। तहसील के एक गांव में पराली जला रहे किसान का कहना था कि उसने ग्राम प्रधान से कई बार कहा कि उसके खेत से पराली को कटवाकर वहां से हटाया जाए। ताकि वह गेहूं की फसल लगा सकें। लेकिन, प्रधान से लेकर ब्लाक तक किसी भी अधिकारी ने उसकी एक न सुनी। मजबूरन उसे पराली को खुद कटवाना पड़ा और पराली को खेत के बराबर से जा रही नहर में फेंककर आग लगानी पड़ी। कस्बा राजपुर मार्ग पर पराली जला रहे किसान का आरोप था कि कई बार मिन्नतों के बावजूद उसकी पराली का समाधान नहीं किया गया। लेखपाल भी कई दिनों से टालमटोल करते रहे। ऐसे में किसान का क्या कसूर है और वह पराली को कहां लेकर जाए। वहीं, क्षेत्र में ऐसे दर्जनों मामले हैं। लेकिन, जिला प्रशासन के डर से प्रशासन ने दबा रखे हैं। हल्का लेखपाल से लेकर ब्लाक व तहसील स्तर के अधिकारी मामले पर संज्ञान लेनें के लिए तैयार नहीं हैं। कुल मिलाकर जिला प्रशासन के सख्त आदेशों को किसान व तहसील के अधिकारी और कर्मचारी हवा में उड़ाते नजर आ रहें हैं। इस पर एसडीएम निरंकार सिंह का कहना है कि पराली जलाने वालों को चिन्हित किया जा रहा है। जिला प्रशासन से सूची आने की संभावना है। बहुत जल्द पराली जलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।