प्रमाण पत्र के लिए अब नहीं भटकेंगे दिव्यांग
रामपुर : दिव्यांगों के लिए राहत भरी खबर है। उन्हें अब प्रमाण पत्र बनवाने के लिए भटकना नही
रामपुर : दिव्यांगों के लिए राहत भरी खबर है। उन्हें अब प्रमाण पत्र बनवाने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। शासन ने प्रमाण पत्र के लिए सप्ताह में एक दिन निर्धारित कर दिया है। इस संबंध में शासन ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को आदेश भी जारी कर दिए हैं।
प्रदेश की योगी सरकार दिव्यांगों पर मेहरबान है। उन्हें आत्मनिर्भर बनाकर समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए गंभीरता से काम कर रही है। शिविर लगाकर दिव्यांगों को सरकार मुफ्त व्हीलचेयर, ट्राई साइकिल आदि उपकरण बांट रही है। इसके लिए सरकार ने 600 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जिसमें प्रदेश के करीब नौ लाख दिव्यांगों को लाभ मिलेगा। तीन फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद रामपुर आए थे और दिव्यांगों को उपकरण बांटे थे। फिजिकल मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में सरकार ने 2211 दिव्यांगों को उपकरण बांटे। इस पर करीब 1.5 करोड़ रुपये खर्च किए गए। दिव्यांगों के लिए यूनिवर्सल कार्ड जारी किया जा रहा है, ताकि देश के किसी भी कोने में रहकर उन्हें योजनाओं का लाभ मिल सके। दिव्यांगों के सामने सबसे बड़ी समस्या प्रमाण पत्र को लेकर आती है। बिना प्रमाण पत्र वे किसी योजना के लिए पात्र नहीं माने जाते हैं। प्रमाण पत्र बनवाने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों के चक्कर लगाना उनकी मजबूरी बन जाता है। दिव्यांगों की इस समस्या को भी प्रदेश सरकार ने गंभीरता से लिया है। अब सरकार ने तय किया है कि दिव्यांगों के प्रमाण पत्र बनाने का एक दिन तय किया जाए। इसके तहत प्रमुख सचिव प्रशांत त्रिवेदी ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को आदेश जारी किए हैं। जिले में भी यह आदेश पहुंच गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुबोध कुमार शर्मा ने बताया कि शासनादेश के मुताबिक प्रत्येक सोमवार को उनके कार्यालय में शिविर का आयोजन किया जाएगा, जहां दिव्यांगों के दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाए जाएंगे। इसकी शुरुआत 19 फरवरी को पड़ने वाले सोमवार से होगी।