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गेहूं खरीद घोटाले की सीबीसीआइडी से जांच कराने की मांग

गेहूं खरीद घोटाले की सीबीसीआइडी से जांच कराने की मांग

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Jun 2020 10:36 PM (IST)Updated: Fri, 19 Jun 2020 10:36 PM (IST)
गेहूं खरीद घोटाले की सीबीसीआइडी से जांच कराने की मांग
गेहूं खरीद घोटाले की सीबीसीआइडी से जांच कराने की मांग

मिलक, जासं : भारतीय किसान संघ ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर गेहूं खरीद घोटाले की सीबीसीआइडी जांच कराने की मांग की है। संघ के जिला मीडिया प्रभारी मुजीब कमाल ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में लिखा कि जिले में अब तक 11505 किसानों से 90492 मैट्रिक टन गेहूं खरीद हो चुकी है। व्यापक घोटाला कर सरकारी धन का बंदरवाट किया है। गरीब किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ नहीं मिल पाया। उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव यूनियन के 35 केंद्रों पर बड़ा घोटाला किया है। परम केंद्र पर फर्जी किसानों के रजिस्ट्रेशन एवं खरीद दिखाकर आंकड़ों में हेराफेरी की है। उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव यूनियन के सभी केंद्रों पर समर्थन मूल्य किसानों को नहीं मिल पा रहा है। परम केंद्र पर अनियमितताओं की शिकायत मुख्यमंत्री से की। पीसीयू के मंडी स्थित क्रय केंद्र पर किसानों का शोषण किया जाने व क्रय-विक्रय सहकारी समिति के केंद्र वहपुरा पर किसानों से बटाइदार ठेकेदारों तथा जमीनों के पंजीकरण की शिकायत की। आरोप लगाया कि जनपद में किसान पंजीकरण में खेल किया गया। एक ही नाम पर किसान की समस्त भूमि दर्शाकर धन का ट्रांसफर किया। जमीनी हकीकत इससे जुदा है। इसमें गोलमाल कर अधिकतर गेहूं खरीदा गया है। संपूर्ण जनपद में किसानों को वास्तविक समर्थन मूल्य मिलना दूर की कौड़ी बन गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से उच्च स्तरीय सीबीसीआइडी जांच कराकर गेहूं खरीद घोटाले का पर्दाफाश कराने की मांग की है।

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