चुनाव चिह्न मिलने से प्रचार में आई तेजी
टांडा : नगर निकाय चुनाव में चुनावी चिह्न आवंटन होते ही प्रचार में और भी तेजी आ गई है। इस
टांडा : नगर निकाय चुनाव में चुनावी चिह्न आवंटन होते ही प्रचार में और भी तेजी आ गई है। इस समय अध्यक्ष पद के लिए 14 प्रत्याशी मैदान में हैं। वर्तमान में केवल दो प्रत्याशियों को ही पार्टी के निशान मिले हैं। इस बार सीट महिला पिछड़ा वर्ग होने से सारे समीकरण बदले हुए हैं, जो भी महिला अध्यक्ष पद की प्रत्याशी है उसके साथ उसके पति या कोई करीबी सभासद का चुनाव अवश्य लड़ रहा है। उसका कारण है कि सरकार की सख्ती के चलते जो भी महिला प्रत्याशी जीतेगी तो वही नगर पालिका की सीट पर बैठेगी। उसके स्थान पर उसका पति नहीं बैठेगा। बोर्ड की बैठक में दिक्कत और बढ़ जाएगी। अध्यक्ष या सभासद को छोड़कर कोई भी बाहरी व्यक्ति बोर्ड की बैठक में शामिल नहीं होगा। इसीलिए सभी प्रत्याशी सभासद पद पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। महिला अध्यक्ष के साथ वह भी बैठक में साथ बैठ सकें। इस बार नगर पालिकाध्यक्ष पद के चुनाव में निवर्तमान नगर पालिकाध्यक्ष शहाबुद्दीन गौरी ने अपनी पत्नी की आयु कम होने पर अपने करीबी मकसूद लाला की पत्नी महनाज जहां को मैदान में उतारा है। उसी के लिए सभाएं कर रहे हैं।
भाजपा से रवि रुहेला ने अपनी मां शोभा रुहेला को मैदान में उतरा है। सपा की ओर से किसी को भी टिकट नहीं मिला है, बल्कि भूमि विकास बैंक सैदनगर के चेयरमैन हाजी जमील ने अपनी पुत्रवधु सगीर अहमद की पत्नी नासरा बेगम को चुनावी मैदान में उतारा है। दूसरी ओर हाजी जमील के दामाद मोहम्मद अकील ने अपनी पत्नी सलीना बेगम को मैदान में उतारा है।
दोनों में सपा से टिकट को लेकर काफी संघर्ष हो चुका है। कांग्रेस से
भूतपूर्व नगर पालिकाध्यक्ष स्वर्गीय अब्दुल माजिद के पुत्र सरफराज ने अपनी पत्नी साहिबा व भाई की पत्नी खालिदा को मैदान में उतारा है। भाजपा के पूर्व प्रत्याशी मोहम्मद अय्यूब अपनी पत्नी गजाला परवीन को लेकर आए हैं। मोहम्मद वकील एडवोकेट अपनी पत्नी कमाल आरा को लड़ा रहे हैं। इसी प्रकार सुनीता देवी, नईमा बेगम, नाहीद, मुबीना बेगम, रुबीना, आदि भी मैदान में हैं। नगरवासी इस बार ऐसे प्रत्याशी को वोट देने का मन बना रहे हैं जो विकास के साथ ही नगर की मुख्य समस्याओं को समय पर समाधान करा सके। विशेषकर नगर की शिक्षा काफी पिछड़ी है। नगर में एकमात्र इंटर कालेज है, जिसमें फर्नीचर तक नहीं है। कन्याओं का हाईस्कूल भी नहीं है। यही स्थिति स्वास्थ्य में है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की कमी के साथ विशेषज्ञ महिला की तैनाती काफी समय से नहीं है,जिससे गर्भवती महिलाओं को परेशानी के सामना करना पड़ता है। यातायात की समस्या भी काफी समय से चली आ रही है। क्षेत्र के लोग प्राइवेट बसों का ही सहारा लेकर यात्रा करने को मजबूर हैं। सफाई व्यवस्था पर कोई खास ध्यान नहीं दिया जाता, जिससे संक्रामक बीमारियों की आशंका रहती है।
नगर की शिक्षा व्यवस्था पर किसी ने भी कोई ध्यान नहीं दिया। पानी की समस्या भी लगातार बानी हुई है। इसलिए ऐसा अध्यक्ष हो जो इस समस्या पर ध्यान दे।
सरताज जहां रहमानी।
नगर विकास के मामले में काफी पिछड़ा है। इसलिए आने वाला अध्यक्ष विकास और समस्याओं पर ध्यान देने वाला होना चाहिए।
नीलोफर।
सभासदों की आपसी फूट भी विकास में बाधा बनती है, इसलिए जो भी अध्यक्ष बने वह सभी को साथ लेकर चलने वाला और विकास कराने में सक्षम हो।
डॉ.राधा।
शिक्षा के क्षेत्र में टांडा आज बी काफी पिछड़ा हुआ है। कम छात्राएं ही उच्च शिक्षा हासिल कर पाती हैं, इसलिए ऐसा अध्यक्ष चुना जाए, जो शिक्षा पर भी ध्यान दे।
बीना