पहले लगाए और फिर उखाड़ लिए बिजली के खंभे
जागरण संवाददातारामपुर बिजली विभाग की टीम ही केंद्र सरकार की कल्याणकारी प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना को ही धूमिल करने में लगी हुई है। केंद्र में मोदी सरकार के गठन के बाद से सरकार ने प्रधानमंत्री बिजली सौभाग्य योजना चलाई है। जिसके अन्तर्गत गांव-गांव बिजली घर-घर बिजली देने की योजना बनाई थी। जिससे हर गरीब परिवार को मुफ्त में कनेक्शन उपलब्ध करा रही है। जिसको लेकर बिजली विभाग के अफसर ही सरकार की योजना को धूमिल करने में लगें हुए है।इतना ही नही अफसर अपनी मनमानी भी कर रहें है जो कि अधिकारी प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना का उलंघन कर गरीबों के घरों को रोशन करने के मंसूबो पर पानी फेरने का काम कर रहें है।
रामपुर: प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना के तहत पहले घाटमपुर गांव में बिजली के खंभे लगाए गए और फिर उखाड़ दिए गए। इससे ग्रामीणों में आक्रोश है। मोदी सरकार ने सौभाग्य योजना चलाई है, जिसके अन्तर्गत गांव में घर-घर बिजली देने की योजना बनाई। इस योजना के तहत टाटा प्रोजेक्ट ने घाटमपुर गांव में लाइन खींची गई, लेकिन शुक्रवार को लाइन उतरवा ली गई। इस पर ग्राम प्रधान पति खरु्शीद अहमद और ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को पत्र दिया, जिसमें आरोप लगाया है कि बिजली विभाग की टीम ने गांव का सर्वे करके प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना के अन्तर्गत गांव का चयन किया था, जिसका विद्युतीकरण कराया जा रहा है, जिसमें गांव में बिजली के खंभे व मीटर भी लगा दिए गए हैं, लेकिन अब बिजली विभाग के अधिकारी लाइन जोड़ने को मना कर रहे है। मालूम करने पर बताया की अभी गांव का सर्वे के अनुसार सौभाग्य योजना में चयन नहीं हुआ है। इस लिए गांव के सभी बिजली के खंभे व मीटर को उखाड़ ने के लिए बिजलीकर्मी व ठेकेदार 19 फरवरी की सुबह लेबर लेकर गांव पहुंचे। खंभे व मीटर उखाड़ने लगे, जिसका गांव वालों ने जमकर विरोध किया, लेकिन अफसर अपनी मनमानी करने लगे और खंभे व मीटर उखाड़ते रहे। मना करने पर भी नहीं माने। इस अवसर पर नासिर अली, बाबू, नईम, जरीफ, तरन्नुम जहां, आमना बेगम, साबरी, शमसीर जहां आदि थे। अधिशासी अभियंता सचिन कुमार ¨सह ने बताया घाटमपुर की सप्लाई शहर के बिजली घर से की जाती है और यह योजना उन गांव के लिए है, जहां ग्रामीण क्षेत्र के बिजली घर से सप्लाई हो रही है। कंपनी ने गलत तरीके से खंभे लगा दिए। इस कारण कंपनी को नोटिस जारी किया गया है। ऐसा न करने पर कंपनी पर रिपोर्ट कराई जाएगी।