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खुल गए मयखाने और छलकने लगे जाम

पिछले साल कोरोना काल में करीब ढाई माह तक लाकडाउन लगाया गया था। इतने लंबे समय तक चले लाकडाउन में देश की अर्थ व्यवस्था चरमरा गई थी। तब मजबूरन केंद्र सरकार को लाकडाउन में शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति देनी पड़ी थी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 May 2021 11:53 PM (IST)Updated: Tue, 11 May 2021 11:53 PM (IST)
खुल गए मयखाने और छलकने लगे जाम
खुल गए मयखाने और छलकने लगे जाम

रामपुर, जेएनएन : कोरोना क‌र्फ्यू के बीच पिछले वर्ष की तरह एक बार फिर प्रदेश सरकार ने शराब की दुकानों को खोलने के आदेश दे दिए हैं। अब प्रदेश में दवा, दूध, सब्जी आदि जरूरी सप्लाई के साथ ही शराब की बिक्री पर कोरोना क‌र्फ्यू का कोई असर नहीं होगा। लोग इसे भी खरीदने के लिए बाहर निकल सकेंगे।

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पिछले साल कोरोना काल में करीब ढाई माह तक लाकडाउन लगाया गया था। इतने लंबे समय तक चले लाकडाउन में देश की अर्थ व्यवस्था चरमरा गई थी। तब मजबूरन केंद्र सरकार को लाकडाउन में शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति देनी पड़ी थी। कोरोना की दूसरी लहर में प्रदेश सरकार ने भले ही लाकडाउन नहीं किया, लेकिन शुरुआत में साप्ताहिक बंदी की थी। बाद में शनिवार और रविवार को बंदी के आदेश किए। इसके बाद कोरोना क‌र्फ्यू लागू कर दिया। इसके चलते पिछले 11 दिन से बाजार बंद थे। हालांकि जरूरी सेवाओं मेडिकल, गैस, पेट्रोल, सब्जी, दूध आदि की सप्लाई पर इसका कोई असर नहीं था। शराब की बिक्री भी बंद कर दी गई थी। इससे सरकार को अरबों रुपये का नुकसान हो रहा था। जिले की बात करें तो यहां भी प्रत्येक माह 25 से 30 करोड़ का राजस्व शराब की बिक्री से आबकारी विभाग को मिलता है। जिला आबकारी अधिकारी अवधेश राम बताते हैं कि जिले में अंग्रेजी, देशी, बीयर आदि की 262 दुकानें हैं। प्रदेश सरकार के आदेश पर मंगलवार से इन्हें खोलने की अनुमति दे दी गई है। हालांकि दुकानदारों को हिदायत दी है कि वे कोविड नियमों का पालन करते हुए बिक्री करेंगे। शारीरिक दूरी का पालन कराने को दुकान के बाहर गोले बनाएंगे। सैनिटाइजेशन और मास्क का प्रयोग करेंगे। दुकानें सुबह 10 बजे से शाम सात बजे तक ही खोली जाएंगी। इसकी निगरानी के लिए आबकारी निरीक्षकों की टीम भी भ्रमण करेगी।


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