नदी किनारे बसों ग्रामीणों को सता रहा बाढ़ का खतरा
जागरण संवाददाता रामपुर कोसी नदी का जल स्तर बढ़ने से नदी किनारे बसे ग्रामीणों को बाढ़ का खतरा मड़रा रहा है।
जागरण संवाददाता, रामपुर :कोसी नदी का जल स्तर बढ़ने से नदी किनारे बसे ग्रामीणों को बाढ़ का डर सताने लगा है।
गुरुवार की रात से ही जनपद में मूसलाधार बारिश हो रही है। राम नगर बैराज से भी पानी चोड़ा गया है। इससे कोसी नदी उफना गई है। साथ ही फसलें जल मग्न हो गई हैं। नदी उफनाने से जालफ नगला, फाजलपुर, धनौरी, मधुपुरा, मिलक काजी, धनपुर, सोनकपुर, फरीदपुर, रसूलपुर, बगरखा, पहंदीनगर, पसियापुरा, चांदपुर आदि समेत दर्जनों गांवों में फसलें जलमग्न हो गईं हैं। एक तरफ जहां बारिश किसानों के लिए राहत बनी तो वहीं कुछ लोगों के किसी आफत से कम नहीं है। बगरखा एवं पहंदी नगर में फसलें जलमग्न हो गईं। समोदिया के इब्ने हसन व खलील अहमद आदि के घरों में पानी भर गया, जिसे पंप सेट चलाकर निकाला गया। फरीदपुर में तस्वीर अहमद का घर गिर गया। इसी गांव में रिजवान का घर गिरने से उसकी पत्नी मेहताब जहां घायल हो गई। मधुपुरा में हरस्वरूप का पक्का मकान बारिश से धराशायी हो गया। इससे लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। कोसी नदी उफनाने और बाढ़ की आशंका के चलते तहसील प्रशासन भी हरकत में आ गया। एसडीएम पीपी तिवारी ने क्षेत्र में भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया। इस मौसम की यह सबसे अच्छी बारिश है। इससे ज्यादातर किसानों को फायदा हुआ है और नुकसान कम। लेकिन, बाढ़ का खतरा बना है।
अहसान अली, फरीदपुर
यह बारिश किसी के लिए राहत तो किसी के लिए आफत बनकर आई है। नदी किनारे बसे गांवों के लोग बेचैन हैं।
असलम हुसैन, रुस्तमनगर
बारिश ज्यादा होने से किसानों के चेहरे खिल गए हैं। लेकिन जिनके घर बारिश में गिर गए हैं और बारिश से फसलें डूब गई हैं। उनमें नुकसान हो सकता है।
सरफराज अहमद, नगलिया
एक तरफ जहां कम बारिश होने से किसानों को सिचाई करनी पड़ रही थी। अब ज्यादा बारिश से भी कई जगह फसलों में ज्यादा पानी भर गया है। इससे फसल में नुकसान हो सकता है।
चरण सिंह, बगड़खा