आजम के मामलों में लापरवाही पर तीन थाना प्रभारी लाइन हाजिर
आजम के मामलों में लापरवाही पर तीन थाना प्रभारी लाइन हाजिर
जागरण संवाददाता, रामपुर : सांसद आजम खां के मामलों में लापरवाही बरतने पर तीन थाना प्रभारी लाइन हाजिर कर दिए गए। इसी प्रकरण में दो दिन पहले ही शहर कोतवाल को लाइन हाजिर किया गया था, जबकि इससे पहले पुलिस अधीक्षक को भी हटा दिया गया था।
सांसद आजम खां, उनकी पत्नी शहर विधायक डॉ. तजीन फात्मा और बेटे अब्दुल्ला आजम जालसाजी व फर्जीवाड़े के मामले में तीन सप्ताह से जेल में हैं।आजम खां के खिलाफ 87, उनकी पत्नी के खिलाफ तीन और बेटे के खिलाफ दस मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। इन मामलों में जमानत पर भी सुनवाई हो रही है। 27 फरवरी को अदालत ने आचार संहिता से जुड़े आठ मामलों में आजम खां की जमानत अर्जी मंजूर कर ली थी। इन मामलों में पुलिस की लापरवाही सामने आई थी। अदालत ने पुलिस से आख्या मांगी थी, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट नहीं दी। इसके बाद आजम खां कोर्ट में पेश हुए थे तो तमाम सपा नेता इनसे मिलने पहुंच गए थे। इस मामले में भी पुलिस कर्मियों की लापरवाही सामने आई। मामला मीडिया में उछला तो वरिष्ठ अफसरों ने मामले की जांच पड़ताल कराई। शासन ने पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा को एक मार्च को हटा दिया। जबकि दो दिन पहले शहर कोतवाल राज कुमार शर्मा को लाइन हाजिर किया गया। पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम ने अजीम कुमार थाना प्रभारी अमरीश कुमार, पटवाई थाना प्रभारी इंद्र कुमार और शहजादनगर थाना प्रभारी परवेज कुमार को लाइन हाजिर किया है। इनके अलावा स्वार कोतवाल सत्येंद्र कुमार सिंह को शहजादनगर, केमरी थाना प्रभारी मनोज कुमार को स्वार और भोट थाना प्रभारी मनोज कुमार को पटवाई थाना प्रभारी बनाया है। उप निरीक्षक योगेंद्र सिंह को पटवाई से भोट प्रभारी और जसपाल सिंह ग्वाल को टांडा अपराध निरीक्षक से शहर कोतवाल बनाया है। एसपी ने अपने वाचक इंद्रेश सिंह को केमरी और शिकायत प्रकोष्ठ प्रभारी सुभाष चंद्र मावी को अजीमनगर थाना प्रभारी बनाया गया है। दढि़याल चौकी प्रभारी अमित कुमार को भी लाइन हाजिर कर दिया गया है। आठ खिलाफ दर्ज मुकदमों की विवेचना में लापरवाही बरतने पर तीन थाना प्रभारी और पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम ने शहर कोतवाल राजकुमार शर्मा को लाइन हाजिर कर दिया है, जबकि कोतवाली में तैनात दारोगा इसरार अली को निलंबित कर दिया है। सांसद के खिलाफ शहर कोतवाली में यतीमखाना प्रकरण से जुड़े 12 मुकदमे दर्ज हैं। इन मुकदमों में सांसद पर यतीमखाना बस्ती के मकानों पर बुलडोजर चलवाने, पुलिस से लोगों को पिटवाने, लूटपाट कराने, रुपये, जेवर, भैंस चोरी, बकरी चोरी, गाय चोरी के आरोप लगे हैं। इन मुकदमों की विवेचना में लापरवाही सामने आई है। माना जा रहा है कि पुलिस की कमजोर विवेचना के चलते अभी तक दो मुकदमों में सांसद की जमानत अर्जी मंजूर हो चुकी है। इसी कारण शहर कोतवाल को लाइन हाजिर होना पड़ा, जबकि दारोगा इसरार अली को एक अन्य विवेचना में निलंबित किया गया है।