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कुरआन के अलावा कोई कानून मान्य नहीं : आजम

रामपुर : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां ने कहा कि तीन तलाक के मामले में कोई कानून बनाएं, लेकिन जो कुरआन में कानून है, वही मान्य है। इसके अलावा कोई कोई कानून मान्य नहीं। तीन तलाक को लेकर लोकसभा में जो कानून बनाया जा रहा है, उस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आजम खां ने मीडिया से कहा कि इससे मुसलमानों को कोई लेना-देना नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Dec 2018 11:00 PM (IST)Updated: Thu, 27 Dec 2018 11:00 PM (IST)
कुरआन के अलावा कोई कानून मान्य नहीं : आजम
कुरआन के अलावा कोई कानून मान्य नहीं : आजम

रामपुर : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां ने कहा कि तीन तलाक के मामले में कोई कानून बनाएं, लेकिन जो कुरआन में कानून है, वही मान्य है। इसके अलावा कोई कोई कानून मान्य नहीं। तीन तलाक को लेकर लोकसभा में जो कानून बनाया जा रहा है, उस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आजम खां ने मीडिया से कहा कि इससे मुसलमानों को कोई लेना-देना नहीं है, जो लोग मुसलमान हैं और कुरआन को मानते हैं। वे यह जानते हैं कि तलाक का पूरा प्रोसीजर कुरआन में है। हमारे लिए कुरआन के उस प्रोसीजर के अलावा कोई भी कानून मान्य नहीं है। जो कुरआन कहता है अगर कोई उसके तहत तलाक नहीं देता, खुला नहीं देता तो वह न तलाक है और न खुला है। लिहाजा यह बहस की बात ही नहीं है। सिर्फ कुरआन का कानून और कुछ नहीं। इस मामले में सिर्फ हिन्दुस्तान के ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के मुसलमानों को कोई कानून मान्य नहीं है। पहले ये लोग उन औरतों को न्याय दें, जिन्हें उनके पति ने स्वीकार नहीं किया, जो अपने पति का घर ढूंढने के लिए सड़कों पर घूमती फिर रही हैं। उन्हें न्याय दें जिन्हें गुजरात में मारा था। उन्हें न्याय दें जिन्हें दंगों में मारा था। जकिया जाफरी को इंसाफ दें, क्या वह मुस्लिम महिला इंसाफ पाने की हकदार नहीं है। पर्सनल लॉ है, जाति मामलात हैं, कौन कैसे शादी करेगा, कैसे तलाक देगा, यह सब कुरआन में है। मजहबी मामलात में सिर्फ कुरआन का कानून मान्य है। उन्होंने कहा कि जिस दिन सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने कांफ्रेंस की थी और कहा था कि उन्हें जनता से इंसाफ चाहिए। उसी दिन पूरे देश को सड़कों पर आ जाना चाहिए था, जिस दिन रिटायर्ड जज ने यह कहा कि चीफ जस्टिस फैसले खुद नहीं करते थे, बाहर से आते थे, जहां न्याय ही नहीं रह गया तो क्या कहें।

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दूसरी ओर आजम खां ने अपने मुहल्ले के जेल में बंद लोगों से मुलाकात की। कहा कि बिजली विभाग लोगों के खिलाफ मुकदमें दर्ज करा रहा है। बेकसूर लोगों को परेशान किया जा रहा है। फर्जी मामलों में जेल भेजा जा रहा है। इस मौके पर अदीब आजम, फरहान खां आदि मौजूद रहे।


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