उप चुनाव करीब आते ही याद आया लालपुर पुल
रामपुर कोसी नदी पर लालपुर तीन साल से अधर में लटका है। इस दौरान तमाम लोगों ने पुल बनवाने की मांग की किंतु सुनवाई नहीं हुई। अब स्वार टांडा विधान सभा सीट पर उप चुनाव करीब आते ही पुल भी याद आ गया और इस का काम भी दोबारा शुरू हो गया।
जागरण संवाददाता, रामपुर : कोसी नदी पर लालपुर तीन साल से अधर में लटका है। इस दौरान तमाम लोगों ने पुल बनवाने की मांग की, किंतु सुनवाई नहीं हुई। अब स्वार टांडा विधान सभा सीट पर उप चुनाव करीब आते ही पुल भी याद आ गया और इस का काम भी दोबारा शुरू हो गया।
कोसी नदी पर लालपुर पुल नवाबी दौर में 1932 में बना था। लोहे का यह पुल कमजोर होने पर 1975 में भारी वाहनों के लिए बंद कर दिया गया। 2016 में सपा शासन काल में नया पुल बनाने की मंजूरी दी गई। नए पुल का काम भी शुरू हो गया और पिलर भी बन गए। 2017 में सूबे में सत्ता बदली तो पुल के लिए दूसरी किस्त जारी नहीं की गई। इस कारण काम रुक गया। नया पुल बनने से पहले ही सपा सरकार में पुराने पुल को तोड़ दिया गया था। इस कारण लोग परेशान हो गए। अगर पुराना पुल तोड़ा न जाता तो काम चलता रहता। इस पुल से टांडा समेत करीब सौ गांवों की आबादी जुड़ी है। यह स्वार विधानसभा सीट का इलाका है। अब यहां उप चुनाव होने जा रहा है। इस कारण भाजपा ने भी मुद्दे को भांपा और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने खुद यहां आकर दोबारा पुल का काम शुरू करा दिया, जबकि इससे पहले अनेक बार भाजपा नेताओं ने पुल बनवाने को पत्र लिखे और विपक्षी दलों के नेताओं ने प्रदर्शन किए। लेकिन, पुल का काम शुरू नहीं हो सका। अब दोबारा पुल का काम शुरू होने से क्षेत्र की जनता खुश है
पुल पर राजनीति कर रही भाजपा : युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नोमान खां ने कहा कि उपमुख्यमंत्री सिर्फ उप चुनाव के लिए रामपुर आए थे। लालपुर पुल के नाम पर वह जनता को गुमराह कर गए। सच्चाई यह है कि लालपुर पुल का निर्माण सरकार कराना ही नहीं चाहती है। जब तीन साल की सरकार में पुल नहीं बनवाया जा सका तो अब आकर अचानक इसकी याद कैसे आ गई। उपचुनाव की वजह से उन्होंने सिर्फ झूठी घोषणा की और चल दिए। कहा कि जनता को गुमराह करना भाजपा की पुरानी आदत है। आगे कहा कि भाजपा को सरकार में तीन साल से अधिक हो गए। लेकिन, जनपद के युवाओं को रोजगार देने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। इसलिए झूठे झांसे में इस बार जनता नहीं आने वाली। लोग चुनाव में हर हाल में सबक सिखाने को तैयार है।