जनमत के आगे नहीं टिक सकते तीनों कृषि कानून: जयंत चौधरी
बिलासपुर (रामपुर) रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि होती है।
बिलासपुर (रामपुर) : रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि होती है। जब वे किसी को कुर्सी पर बैठा सकती है तो उसे हटा भी सकती है।
गुरुवार को वह मृतक किसान नवरीत सिंह के अंतिम अरदास में मंच के माध्यम से लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में करीब 150 किसान अपनी जान गवां चुके हैं, लेकिन केंद्र सरकार को इनकी जरा भी चिता नही है। वह किसानों का सर्वनाश करने पर तुली है। कहा कि संसद में बैठकर बनाए गए कानून पत्थर की लकीर नही हैं, जो बदले नहीं जा सकते। जनता जनार्दन होती है। जब जनता जाग जाती है तो अपने अधिकारों को लेकर रहती है। फिर चाहे ताज छिने या रहें। इसकी परवाह भी नहीं करते हैं लोग। उन्होंने आरोप लगाया कि नए कृषि कानून का फायदा केवल पूंजीपतियों को होगा, कोरपोरेट को होगा। इस कानून से न तो किसान का भला होने वाला है और न ही आम जनता का। जनता की इच्छा के विरुद्ध तथा एक विशेष वर्ग को फायदा पहुंचाने के लिए ही यह तीनों काले कानून बनाए गए हैं। किसानों के साथ-साथ अब देश की जनता भी जागरूक हो चुकी है। इन तीनों काले कानून को रद्द करने हेतु किसानों के साथ खड़ी है। कहा कि अगर सत्ता में बैठे तानाशाह दमन करना जानते हैं तो किसान कुर्सी भी खींच सकते हैं।
बोले जब जनता अपनी पर आ जाती है तो उखाड़ फेंकने में ज्यादा समय नही लगता। जो जनता ऊपर उठाती है वहीं नीचे गिरा भी सकती है। बाद में उन्होंने मृतक किसान नवरीत की मौत की निष्पक्ष एवं उच्च स्तरीय जांच करवाने की बात कही। इसके अलावा उन्होंने मृतक के परिजनों से भी मुलाकात की। बाद में नवरीत के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके साथ जनपद के कार्यकर्ता साथ रहे।