धूमधाम से मना श्री राधा माधव संकीर्तन मंडल का वार्षिकोत्सव
सूफी संत और अष्टछाप कवियों के पदों ने लोगों को किया मंत्रमुग्ध तमाम शहरों रसिको का लगा जमावड़ा
संवाददाता रामपुर: अखिल भारतीय श्री राधा माधव संकीर्तन मंडल का 13वां वार्षिकोत्सव शहर में दो स्थानों पर धूमधाम से मनाया गया। श्री हरि मंदिर और उत्सव पैलेस में हुए कार्यक्रम में देश के जाने माने संकीर्तनकारों ने संकीर्तन किया, जिसे सुनकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए। इस दौरान विभिन्न शहरों के सैंकड़ों रसिकों का जमावड़ा लगा।पहला सत्र आदर्श कालोनी के श्री हरि मंदिर में सुबह दस बजे शुरू हुआ। सदस्य आदित्य वर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत सम्बोधन किया। लुधियाना से आए संकीर्तनकार अश्विनी ग्रोवर, व अन्य संकीर्तनकारों ने गुरू वंदना, महामंत्र, राम चरित मानस की चैपाइयां आदि के गायन से संकीर्तन की शुरूआत की। इसके बाद श्री कृष्ण और राधा रानी को रिझाने के पदों का गायन हुआ। भगवान श्री कृष्ण के प्रति प्रेमभाव दर्शाते हुए सुनाया कि तेरे बगैर सांवरिया जिया जाए न तुम आके बांह पकड़ लो तो कोई बात बने। पदावलियां गाई जिसमें श्री कृष्ण के प्रति समर्पण भाव से गाया कि सांवरिया चितचोर ग्वाले तुम प्रेम नगर के राजा, रस के भरे अथाह समन्दर एक ही बूंद पिलाजा। कृपा की जो होती न आदत तुम्हारी तो सूनी ही रहती अदालत तुम्हारी। ये अग्नि तुम्हारी लगाई हुई है बिना आप के इसका बुझाएगा कौन। शिव मंत्रों के जाप ने वातावरण में नवीन स्फूर्ति ला दी। राधा जी को रिझाते हुए सुनाया कि करूणामयी कृपामयी हे दयामयी राधे। सांयकाल उत्सव पैलेस में द्वितीय सत्र शुरू हुआ, जिसमें गाजियाबाद से आए संकीर्तनकार चंद्रशेखर जी, बरेली से पधारे युधिष्ठिर मलिक, लुधियाना के अश्विनी ग्रोवर व अन्य संकीर्तनकारों ने सूफी संतों व अष्टछाप कवियों के पदों का गायन किया। राधा नाम की धुनि में सभी मस्त हो गए। इस दौरान हुए डांडिया नृत्य में महिलाओं ने खूब धूम मचाई।
कार्यक्रम में वृन्दावन, बरेली, अमृतसर, लुधियाना, गुडगांव, दिल्ली, गाजियाबाद, कोटा, ऋषिकेश, सोनीपत, नोएडा, हापुड़, बदायुं, पीलीभीत, मुरादाबाद, रामनगर, चंदौसी, आदि के रसिक परिकर शामिल होगें। अंत में संरक्षण वीरेन्द्र कुमार अरोरा, गिरिराज सरन अग्रवाल, सीईओ पूनम अरोरा और अध्यक्ष आशीष जिदल ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।