बाढ़ नियंत्रण की तैयारियों में जुटा प्रशासन
रामपुर जिले में हर साल कोसी और रामगंगा नदी में बाढ़ आती है जिससे नदियों किनारे बसे सौ से ज्यादा गांव प्रभावित होते हैं।
रामपुर: जिले में हर साल कोसी और रामगंगा नदी में बाढ़ आती है, जिससे नदियों किनारे बसे सौ से ज्यादा गांव प्रभावित होते हैं। इससे निपटने के लिए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। बाढ़ चौकियां बना दी गई हैं, जो 15 जून से सक्रिय हो जाएंगी। कंट्रोल रूम भी बनाए जा रहे हैं।
जिले में कोसी नदी स्वार व टांडा क्षेत्र में और रामगंगा शाहबाद क्षेत्र में बारिश के दिनों में उफान पर आ जाती हैं। कोसी में उत्तराखंड के रामनगर बैराज से पानी छोड़ दिए जाने से बाढ़ आती है। जिले में नदी किनारे बसे 100 से ज्यादा गांव प्रभावित होते हैं। फसलों के साथ ही गांव में भी पानी भर जाता है, जिससे लोगों को दिक्कत होती है। स्वार के पसियापुरा गांव का तो संपर्क कट जाता है। बाढ़ नियंत्रण को लेकर तीन दिन पहले मुख्यमंत्री ने भी वर्चुअल मीटिग के जरिये प्रदेश के तमाम जिलाधिकारियों को समय रहते तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए थे। जिले में पहले से ही तैयारियां चल रही थीं, जो लगभग पूरी हो गई हैं। जिले में बाढ़ नियंत्रण चौकियां बना दी गई हैं। 35 चौकियां बनाने के साथ ही तहसीलों में कंट्रोल रूम भी बनाए गए हैं।
जिलाधिकारी रविद्र कुमार मांदड़ ने बताया कि बाढ़ चौकियों पर कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है, जिन्हें सतर्क करने के निर्देश दे दिए गए हैं। 15 जून से बाढ़ चौकियां एक्टिव हो जाएंगी। उपजिलाधिकारी भी अपने-अपने क्षेत्र में बाढ़ चौकियों पर नजर रखेंगे। हम मंगलवार को स्वार तहसील में संभावित बाढ़ क्षेत्र का दौरा करेंगे। गांवों को बाढ़ से बचाने के लिए तैयारी कर ली गई हैं। नाव की भी व्यवस्था की जा रही है।
रविद्र कुमार मांदड़, जिलाधिकारी