निरीक्षण में गायब मिले 43 शिक्षकों का वेतन काटा
रामपुर गुरुवार को डीएम के आदेश पर परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया।
रामपुर : गुरुवार को डीएम के आदेश पर परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया। औचक निरीक्षण में 43 शिक्षक व शिक्षामित्र गैर हाजिर मिले। गैर हाजिर मिले सभी शिक्षकों व शिक्षामित्रों का एक दिन के वेतन काटने के आदेश जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने दिए। साथ ही बंद मिले विद्यालयों के शिक्षकों को स्पष्टीकरण जारी किया गया है। औचक निरीक्षण से शिक्षकों में हड़कंप मचा है।
इतनी सख्ती के बाद भी शिक्षक सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। विद्यालय गोल करना उनकी आदत बन गई है। इसकी शिकायतें जिला बेसिक शिक्षा धिकारी को भी मिल रही थीं। इसके चलते गुरुवार को बेसिक शिक्षाधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों, जिला समन्वयकों की टीमें बनाकर मिलक ब्लॉक के परिषदीय स्कूलों का औचक निरीक्षण कराया। अधिकारियों के नेतृत्व में बनी टीमों ने 80 परिषदीय स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान 43 शिक्षक व शिक्षामित्र गैर हाजिर मिले। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय धमोरा प्रथम का निरीक्षण किया। इस विद्यालय में प्रधानाध्यापक मीनाक्षी और सहायक अध्यापिका संगीता सिंह अनुपस्थित मिली। प्राथमिक विद्यालय जाफराबाद में बीएसए को सहायक अध्यापिका नीतू गुप्ता अनुपस्थित मिली। जबकि शिक्षामित्र देवकीनंदन रजिस्टर में हाजिरी लगाकर स्कूल से गायब थे। बीएसए को पूर्व माध्यमिक विद्यालय धनौरा, उच्च प्राथमिक विद्यालय जयोरा और प्राथमिक विद्यालय सैंडोली में सभी शिक्षक व शिक्षामित्र मौजूद मिले। बेसिक शिक्षाधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी ने बताया कि 80 स्कूलों का औचक निरीक्षण किया गया जिसमें पांच विद्यालय बंद मिले। बंद मिले विद्यालयों के स्टाफ का स्पष्टीकरण तलब किया गया है। सभी अनुपस्थित मिले शिक्षकों और शिक्षा मित्रों का भी स्पष्टीकरण तलब किया गया है। अनुपस्थित मिले सभी शिक्षकों का एक दिन का वेतन और शिक्षामित्रों का एक दिन का मानदेय काटने के आदेश दिए गए हैं। निरीक्षण के दौरान खंड शिक्षा अधिकारी त्रिलोकीनाथ गंगवार, विजय वीरेंद्र सिंह, विजय सिंह, नरेंद्र श्रीवास्तव, प्रेम सिंह राणा, शाहिद हुसैन, विनोद कुमार और जिला समन्वयक राहुल सक्सेना, डीसी शर्मा, भूरा सिंह एवं, रफत अली आदि मौजूद रहे।