सामूहिक विवाह कार्यक्रम में एक-दूजे के हुए 319 जोड़े
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत हिन्दू जोड़े वैदिक मंत्रोचार के बीच तो मुस्लिम जोड़े निकाह कुबूलनामे के साथ एक दूजे के हुए ईसाई जोड़ों ने अपनी पद्धति से एक दूसरे का साथ निभाने का संकल्प लिया
जागरण संवाददाता, रामपुर : मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत शनिवार को 319 गरीब कन्याओं का घर बस गया। इस दौरान हिन्दू जोड़े वैदिक मंत्रोच्चार के बीच तो मुस्लिम जोड़े निकाह कुबूलनामे के साथ एक दूजे के हो लिए। वहीं ईसाई जोड़ों ने अपनी पद्धति से एक दूसरे का साथ निभाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में शामिल हुए जनप्रतिनिधियों, अफसरों एवं आम लोगों की भीड़ से समारोह स्थल खचाखच भरा रहा।
गरीब कन्याओं की बेटियों के हाथ पीले करने के लिए प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का संचालन कर रखा है। इसके तहत पंजीकृत हुए जोड़ों के सामूहिक विवाह के लिए नेशनल हाईवे स्थित बैंकट हॉल में मंडप सजाया गया। मंगल गीतों की रस्म के साथ वैवाहिक कार्यक्रम शुरू हुआ।
इसके बाद हिदू समुदाय के जोड़ों का विवाह शुभ मुहूर्त में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच करवाया गया। विवाह के दौरान वर-वधू को पुरोहितों ने सात वचन निभाने की रस्म पूरी करवाई। विवाह संपन्न हुआ तो वर व कन्या ने एक दूसरे को वरमाला पहनाईं।
इस तरह से ही मुस्लिम जोड़ों को भी उलेमाओं ने निकाह के बाद कुबूलनामा की रस्म पूरी करवाई। इस अवसर पर 222 हिन्दू, 92 मुस्लिम, तीन सिख एवं दो ईसाई जोड़ों ने परिणय सूत्र में बंधकर जीवन की डगर पर साथ-साथ चलने का वादा किया। इस दौरान राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने कहा कि सरकार प्रत्येक धर्म व जाति को साथ लेकर चल रही है।
प्रदेश सरकार की ओर से संचालित सामूहिक विवाह योजना में गरीब परिवारों की बेटियों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। यह नहीं देखा जा रहा कि कन्या किस धर्म या जाति की है। सर्वधर्म समभाव की भावना के साथ हम काम कर रहे हैं। इसके साथ ही गरीब घरों की कन्याओं की शिक्षा, स्वास्थ्य व पोषण का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत निर्धन परिवार भी अब अपनी बेटियों का विवाह सम्मानपूर्वक कर पा रहे हैं।
जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने कहा कि इस योजना में जन सहभागिता सराहनीय है। अंत में परिजनों के साथ-साथ गांव प्रधानों व अधिकारियों ने भी नव युगलों को उपहार आदि देकर आशीर्वाद प्रदान किया।