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जिले में इस्तेमाल नहीं हो सके 261 रेमडेसिविर इंजेक्शन

रामपुर कोरोना मरीजों के इलाज के लिए जिस रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर मारामारी मची थी उनका अपने जिले में इस्तेमाल ही नहीं हो सका।

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 11:52 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 11:52 PM (IST)
जिले में इस्तेमाल नहीं हो सके 261 रेमडेसिविर इंजेक्शन
जिले में इस्तेमाल नहीं हो सके 261 रेमडेसिविर इंजेक्शन

रामपुर : कोरोना मरीजों के इलाज के लिए जिस रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर मारामारी मची थी, उनका अपने जिले में इस्तेमाल ही नहीं हो सका। यहां शासन की ओर से कोरोना मरीजों के इलाज के लिए 434 इंजेक्शन दिए गए थे। लेकिन, इन सभी का इस्तेमाल नहीं हो सका। 261 इंजेक्शन बच गए हैं। अब इन्हें वापस शासन को लौटाने की तैयारी है।

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कोरोना की दूसरी लहर ने देश भर में तबाही मचाई। मरीजों की सांस टूटने लगी तो आक्सीजन की किल्लत सामने आई। इलाज के लिए दवाओं की जरूरत पड़ी तो उनकी कालाबाजारी होने लगी। इसमें सबसे ज्यादा डिमांड रेमडेसिविर इंजेक्शन की रही। तीन से चार हजार रुपये कीमत का यह इंजेक्शन बाजार में 40 हजार रुपये तक में बिका। कई लोगों को समय पर इंजेक्शन न मिलने से उनकी सांसें थम गईं। तब प्रदेश सरकार ने सभी जिलों में कोरोना अस्पतालों में इनकी सप्लाई के आदेश दिए। इसके बाद यहां भी जिला अस्पताल को इंजेक्शन उपलब्ध कराए गए। कोरोना काल में जिले को सरकार की ओर से 434 इंजेक्शन दिए गए। इनसे 173 मरीजों की जान बचाई जा सकी। अब भी जिला अस्पताल प्रशासन के पास 261 इंजेक्शन बच गए हैं। कोरोना का खतरा भी अब कम हो गया है। ऐसे में इन इंजेक्शन को सरकार को लौटाने पर विचार किया जा रहा है।

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रेमडेसिविर इंजेक्शन की सरकार की ओर से मुफ्त सप्लाई हुई थी। इन्हें कोरोना मरीजों को मुफ्त लगाया गया। अब हमारे पास 261 इंजेक्शन बच गए हैं। इन इंजेक्शन की एक्सपायरी का समय कम होता है। ऐसे में इन्हें वापस करने के लिए शासन से पत्राचार किया जा रहा है। यहां अभी कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है। सरकार इन्हें उन जिलों में भेज देगी, जहां कोरोना संक्रमण अब भी ज्यादा है।

- डा. एचके मित्रा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला अस्पताल


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