टीका उत्सव के आखिरी दिन पूर्व मंत्री समेत 2300 ने कराया वैक्सीनेशन
रामपुर कोरोना वैक्सीन को लेकर बुजुर्गों का उत्साह बढ़ता जा रहा है।
रामपुर : कोरोना वैक्सीन को लेकर बुजुर्गों का उत्साह बढ़ता जा रहा है। टीका उत्सव के आखिरी दिन भी स्वास्थ्य केंद्रों पर बुजुर्गों का जमावड़ा रहा। पूर्व मंत्री शिव बहादुर सक्सेना समेत 2300 ने वैक्सीन लगवाई। इनमें 1975 ने सरकारी केंद्रों पर पहली डोज लगवाई, जबकि 239 ने दूसरी डोज लगवाई। इसके अलावा निजी अस्पताल केडी डालमिया नेत्र चिकित्सालय में 250 रुपये शुल्क के साथ 86 को वैक्सीन लगाई गई।
प्रधानमंत्री के आदेश पर जिले में 11 अप्रैल से चार दिन के लिए टीका उत्सव मनाया गया। बुधवार को उत्सव का आखिरी दिन था। स्वास्थ्य विभाग की ओर से उत्सव में ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन पर जोर दिया गया। इसके लिए लाउडस्पीकर के जरिए प्रचार प्रसार किया गया। वैक्सीनेशन की संख्या बढ़ाने के लिए केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई गई। दूर ग्रामीण इलाकों में भी वैक्सीनेशन की व्यवस्था कराई गई। 50 से अधिक केंद्रों पर वैक्सीनेशन किया गया, जहां लोगों ने मुफ्त में वैक्सीनेशन कराया। इसके अलावा निजी अस्पतालों में भी 250 रुपये शुल्क के साथ वैक्सीन लगाई गई। डालमिया नेत्र चिकित्सालय में पूर्व मंत्री शिव बहादुर सक्सेना अपनी पत्नी शशि सक्सेना के साथ पहुंचे। दोनों ने पहली डोज लगवाई। पूर्व मंत्री ने कहा कि आज पूरा देश एक फिर से कोरोना संक्रमण का खतरा झेल रहा हैं। हमारा शहर भी इससे अछूता नहीं है। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि इस महामारी से लड़ने का सिर्फ यही तरीका हैं कि कोविड गाइडलाइन का पालन करें और वैक्सीन जरूर लगवाएं।
उधर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजीव यादव ने बताया कि गुरुवार को भी वैक्सीनेशन किया जाएगा। जिला अस्पताल समेत सभी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर वैक्सीनेशन किया जाएगा। 99 साल की भागीरथी देवी ने लगवाई वैक्सीन
कोरोना वैक्सीन लगवाने को लेकर अब भी कई लोग मन में भ्रम पाले हुए हैं। ऐसे लोगों को 99 साल की भागीरथी देवी ने आइना दिखा दिया है। उन्होंने बुधवार को डालमिया नेत्र चिकित्सालय में जाकर कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाई। उम्र के इस पड़ाव पर उन्हें चलने फिरने में दिक्कत होने पर व्हील चेयर पर वैक्सीनेशन कक्ष तक ले जाया गया। वह शहर के मशहूर चिकित्सक डा. विशेष अग्रवाल की मां भी हैं। डा. विशेष खुद मां को लेकर वैक्सीन लगवाने आए। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जब उनकी मां इस उम्र में वैक्सीन लगवा सकती हैं तो दूसरे बुजुर्ग लोग भी इसे लगवाने से न डरें। कोरोना बीमारी का अभी तक कोई इलाज नहीं है, इसलिए किसी तरह की लापरवाही न करें। वैक्सीन लगवाएं और कोविड नियमों का पालन करके खुद को इस बीमारी से बचाएं।