रामपुर में हैं 13 डेंजर प्वाइंट, वाहन चलाते समय रखें सावधानी
रामपुर जिले में होने वाले सड़क हादसों के लिए सड़कों की खामियां भी जिम्मेदार हैं।
रामपुर : जिले में होने वाले सड़क हादसों के लिए सड़कों की खामियां भी जिम्मेदार हैं। हाईवे समेत अन्य सड़कों पर जगह-जगह डेंजर प्वाइंट बने हैं। यहां अक्सर हादसे होते हैं। इन हादसों में हर साल 200 से ज्यादा लोगों की जान चली जाती है। कोहरे में तो यहां हादसों का खतरा और बढ़ जाता है। खासकर शहर के आउटर एरिया में सबसे ज्यादा हादसे होते हैं। जिले से होकर दिल्ली-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग और नैनीताल हाईवे गुजर रहे हैं। इन हाईवे पर कहीं अंधे मोड़ हैं तो कहीं डिवाइडर पर कट लगे हुए हैं, जहां अक्सर हादसे होते हैं। दिल्ली लखनऊ हाईवे पर सबसे ज्यादा छह डेंजर प्वाइंट बने हैं। इनमें रोरा कला मोड़, मेघानगला, धमोरा बाइपास, पसियापुरा बाइपास, सीआरपीएफ चुंगी और कोसी पुल शामिल हैं। नैनीताल हाईवे पर सोहराब होटल के सामने और खूंटाखेड़ा पर सबसे ज्यादा हादसे होते हैं। इसके अलावा शहर की अन्य सड़कें भी जानलेवा हो चुकी हैं। इनमें केमरी से मिलक जाने वाली सड़क पर खानपुर मोड़, सिमरा पुल, पीलाखार डेम आदि पर हादसे होते हैं। यहां संकेतक नहीं लगे हैं। इससे गाड़ियां टकरा जाती हैं। केमरी-रामपुर रोड पर ही ग्राम जनुनागर के पास ईंट भट्टे के पास तीव्र मोड़ है, जहां वाहन दुर्घटनाग्रस्त होते हैं। इसके अलावा शाहबाद-पटवाई रोड, स्वार रोड, टांडा-बाजपुर रोड, शाहबाद-बिलारी रोड आदि पर भी हादसे होते हैं। इन सड़कों पर आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं में कोहरा कोढ़ में खाज जैसा हो जाता है। कोहरे में इन सड़कों पर दुर्घटना होना तय रहता है। ऐसे में सावधानी जरूरी है। रामपुर में सड़कों पर बने डेंजर प्वाइंट एक नजर में
1. रोरा कला मोड़
2. मेघा नगला
3. धमोरा बाइपास
4. कोसी पुल
5. पसियापुरा बाइपास
6. सीआरपीएफ चुंगी
7. सोहराब होटल के सामने
8. खूंटाखेड़ा
9. खानपुर मोड़
10. सिमरा पुल
11. पीलाखार डेम
12. मनकरा रोड
13. शाहबाद-पटवाई रोड बदलते रहते हैं डेंजर प्वाइंट
रामपुर : यातायात प्रभारी सुमित कुमार का कहना है कि हाइवे समेत अन्य सड़कों पर वर्तमान में 13 डेंजर प्वाइंट हैं। हालांकि, ये प्वाइंट समय-समय पर बदलते रहते हैं। इनकी पहचान कर चिन्हित किया जाता है। बाद में नेशनल हाईवे अथारिटी और लोक निर्माण विभाग के सहयोग से यहां संकेतक, चेतावनी साइन बोर्ड आदि के माध्यम से वाहन चालकों को सचेत किया जाता है। छात्र-छात्राओं को बताए सड़क सुरक्षा के नियम
पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम के निर्देश पर पहली नवंबर से यातायात माह मनाया जा रहा है। इसके तहत यातायात पुलिस द्वारा रोजाना शिविर लगाकर लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है। गुरुवार को भी राजकीय पालिटेक्निक कालेज में ट्रैफिक पुलिस द्वारा छात्र छात्राओं को यातायात के नियमों के प्रति जागरूक किया। उन्हें सड़क सुरक्षा के नियम समझाए। यातायात पुलिस के जवानों ने उन्हें समझाया कि बाइक या स्कूटी चलाते समय हमेशा हेलमेट पहनें। तीन सवारी बैठाकर दो पहिया वाहन न चलाएं। रांग साइड या नशे में वाहन न चलाएं। कार चलाते समय सीट बेल्ट जरूर पहनें।