सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने की सीख
जासं, रायबरेली : सिविल लाइंस स्थित दिगंबर जैन मंदिर में चल रहे पर्युषण पर्व के दसवें व आखिरी
जासं, रायबरेली : सिविल लाइंस स्थित दिगंबर जैन मंदिर में चल रहे पर्युषण पर्व के दसवें व आखिरी दिन रविवार को उत्तम ब्रह्माचर्य धर्म मनाया गया। साथ ही पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई। जैन श्रद्धालुओं ने भगवान वासुपूज्य के निर्वाण उत्सव पर भगवान का अभिषेक किया और लड्डू चढ़ाए। इसमें लोगों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। दस दिनों तक चले कार्यक्रम में जैन श्रद्धालुओं ने त्याग करना, क्रोध पर नियंत्रण, सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने की सीख ली।
जैन मंदिर में रविवार को सुबह से ही जैन भक्तों ने संगीतमय अभिषेक पूजन के साथ-साथ भगवान वासुपूज्य के मोक्ष कल्याणक पर निर्वाण लड्डू चढ़ाया। साथ ही अनंत चतुर्दशी पर श्रद्धालुओं ने निर्जला व्रत रखा। पर्व के अंतिम दिन उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म पर जैन समाज के लोगों ने बड़ी संख्या में पहुंच कर चौबीसों तीर्थकरों की संगीतमय पूजा की। इस दौरान वासुपूज्य भगवान के मोक्ष कल्याणक पर राकेश जैन, अशोक जैन व इंदरचंद जैन के परिवार ने सबसे पहले निर्वाण लडडू अर्पित करने का सौभाग्य प्राप्त किया। इसके बाद सभी श्रद्धालुओं ने भगवान के चरणों में निर्वाण लडडू अर्पित कर मंगलमय जीवन की कामना की। शाम को भगवान की आरती की। समाज की महिलाओं ने भजन गाकर उपस्थित धर्मावलंबियों को भावविभोर कर दिया। धर्म सभा में महामंत्री अनिल जैन ने कहा कि व्यक्ति को जीवन में धर्म पूर्वक आचरण करना चाहिए। मीडिया प्रभारी अंकित जैन ने बताया कि विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने के बाद रविवार को पर्युषण पर्व का समापन हुआ। 24 सितंबर को पड़ने वाले परीवा पर क्षमावाणी पर्व मनाया जाएगा। इसमें समाज के सभी लोग एक-दूसरे से क्षमा मांगकर मनमुटाव दूर करेंगे। पर्युषण पर्व पर हुई दस दिनों में प्रतियोगिताओं का पुरस्कार वितरण किया जाएगा। इस अवसर पर आरके जैन, वैभव जैन, रमेश जैन, हेमंदर जैन, अरिहंत जैन, शैलेंद्र जैन, सनी जैन, संजय, राजीव, नितिन, रेखा, अनुराधा, इंदु, शारदा, आयुषि, शैफाली, स्वाति, रुचिका, रेखा, रेनू, अनीता आदि मौजूद रहीं।