मकान के मलबे में दबी महिला की मौत, घरों में घुसा गंदा पानी
बुधवार रात हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त शहर के कई मुहल्लों में जलभराव से आवागमन हुआ ठप
रायबरेली : बुधवार की रात से गुरुवार की दोपहर तक शहर से लेकर गांव-कस्बों में जमकर बारिश हुई। शहर के बिबियापुर में इसी कारण एक मकान ढह गया, जिसमें दबकर एक महिला की मौत हो गई। सबसे ज्यादा भयावह हालात लालगंज कस्बे में नजर आए। यहां गुरुवार को दिनभर लोगों का कामकाज जलभराव के कारण प्रभावित रहा। लोग अपने ही घरों में पंपिग सेट लगाकर गंदा पानी बाहर निकलवाते दिखे। उधर, नगर पंचायत के जिम्मेदार मुंह छिपाते घूमते मिले।
बिबियापुर गांव में कृपाशंकर अपनी पत्नी सुनीता के साथ घर पर सो रहा था। गुरुवार की भोर में एकाएक उसका मकान भरभराकर गिर गया। दोनों उसी में दब गए। ग्रामीणों ने आननफानन उन्हें बाहर निकाला। कृपा शंकर की जान तो बच गई लेकिन, सुनीता को नहीं बचाया जा सका। इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी दोपहर तक तहसील से कोई भी जिम्मेदार पीड़ित परिवार की खैरख्वाह जानने नहीं पहुंचा।
कभी देखा न था ऐसा मंजर
लालगंज : बारिश के कारण जलभराव होने के चलते सबसे खराब स्थिति पूरे देवी व घोसियाना मुहल्ले की रही। स्थानीय सोनी वाजपेयी, शोभालाल, रामगोपाल, राजेश्वरी आदि ने बताया कि नाले की सफाई न कराए जाने से मुहल्ला कीचड़ व कूड़े से पटा पड़ा है। घोसियाना मुहल्ले में बाबूलाल, रसीद अहमद, हसन अली, कैसर, जितेंद्र, हरिशंकर, हलीम, इस्लाम समेत दर्जनों लोगों के घरों के भीतर गंदा पानी भर गया। कुछ घरों में तो लोग तखत आदि पर बैठकर पूरा दिन घर से पानी बाहर निकलने का इंतजार करते रहे।
उधर, कस्बे में ही एक्सिस बैंक के बेसमेंट में स्थित कपड़े की दुकान में कई फीट पानी भर गया। इलाहाबाद बैंक के सामने घनश्याम शर्मा व कल्लू की दुकानों में पानी भरने से कीमती फर्नीचर भीग कर बरबाद हो गया। पंपिग सेट लगवाकर पानी निकाला गया। अलीनगर, अम्बेनगर, आचार्य नगर, संतनगर, बाईपास रोड़, राजेंद्र नगर आदि मुहल्लों में भी जलभराव की स्थिति रही। कस्बे से सटे साकेत नगर मुहल्ले में नाले के मुहाने पर महीनों से पड़ा मलबा न हटाए जाने से बरसात का पानी ठीक से नहीं निकल सका। जिसके चलते घरों के भीतर जलभराव हो गया। गल्ला गोदाम, मंडी समिति, अस्पताल, ब्लाक, तहसील, पावर हाउस, पशु चिकित्सालय, कृषि रक्षा इकाई आदि परिसरों में भी भारी जलभराव रहा। लालगंज में जलभराव का ऐसा मंजर पहली बार देखा गया।