इंतजार खत्म, आज से खुलेंगे एक से पांच तक के विद्यालय
चरणबद्ध तरीके से एक के बाद एक करके शुरू हुई कक्षाएं सतर्कता के साथ कक्षाओं का संचालन
रायबरेली : आखिरकार नौनिहालों का इंतजार भी खत्म हो गया। अब जूनियर के बाद प्राथमिक स्कूलों में भी कक्षाओं के संचालन का आदेश दे दिया गया है। सोमवार से कक्षा एक से पांच तक के सभी स्कूल खुल जाएंगे। संक्रमण से बचाव को लेकर पूरे एहतियात बरतने के निर्देश पहले ही शिक्षकों को दिए जा चुके हैं।
कोरोना महामारी में शिक्षा पर काफी असर पड़ा है। मार्च 2020 में लॉकडाउन लगाने के बाद से विद्यालय बंद कर दिए गए थे। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से एक-एक करके खोला जाने गया। पहले बोर्ड परीक्षार्थियों को राहत देते हुए कक्षा नौ से 12 तक की पढ़ाई शुरू की गई। इसके बाद जूनियर की कक्षा छह से आठ तक, फिर उच्च शिक्षा में शिक्षण कार्य शुरू किया गया। छोटे बच्चों को कोई दिक्कत न हो ऐसे में उन्हें सबसे बाद में बुलाया गया। एक मार्च से सभी स्कूल खुल जाएंगे। हालांकि इस दौरान 50 प्रतिशत बच्चों को ही स्कूल में इंट्री मिलेगी।
इनसेट
जिले के विद्यालयों पर एक नजर
कुल परिषदीय विद्यालय- 2296
प्राथमिक विद्यालय- 16711
उच्च प्राथमिक विद्यालय- 319
कंपोजिट विद्यालय- 302
कुल छात्र संख्या- 253148
प्राथमिक विद्यालय में छात्र संख्या- 143054
कक्षाएं संचालित करने के लिए जारी किया गया शेड्यूल
सोमवार, गुरुवार- कक्षा एक, पांच, छह
मंगलवार, शुक्रवार - कक्षा दो,चार, सात
बुधवार, शनिवार - कक्षा तीन, आठ इन निर्देशों का करना होगा पालन
बच्चों में छह फीट की दूरी और मास्क जरूरी होगा। शिक्षकों एवं छात्रों की नियमित जांच की व्यवस्था की जाए। कोविड-19 का संदिग्ध मिलने पर उसे तत्काल आइसोलेट कर दिया जाए। विद्यालयों में कक्ष, शौचालय, दरवाजे, कुंडी, सीट का निरंतर सैनिटाइजेशन, साफ-सफाई, स्वच्छ पेयजल, बच्चे पाठ्य पुस्तकें, नोटबुक, पेन और लंच किसी से साझा न करें।
अभिभावकों के सहमति के बाद ही पढ़ाई
छात्र छात्राओं को विद्यालय बुलाने से पहले उनके अभिभावकों की सहमति आवश्यक है। बच्चों के घर वाले अगर उन्हें विद्यालय नहीं भेजना चाहते हैं तो उन्हें पूर्ववत की तरह ऑन लाइन पढ़ाई कर सकेंगे। हालांकि अधिकांश विद्यालयों में एक दिन पहले शनिवार को ही पूरी तैयारी कर ली गई थी। इनकी सुनें
अब प्राथमिक स्कूल भी खुल जाएंगे। ऐसे में शिक्षक सतर्क रहे। बड़ी जिम्मेदारी मिल रही है। सहमति पत्र मिलने पर ही बच्चों को स्कूल में आने दें। किसी तरह की लापरवाही मिलती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
आनंद प्रकाश शर्मा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी