22 बीघे तालाब की जमीन पर चला प्रशासन का टैक्टर
रायबरेली : छतोह के जगतपुर गांव में परशदेपुर-रायबरेली मार्ग पर 22 बीघे तालाब की जमीन पर प्रशासन ने ट्रैक्टर चलवाकर अतिक्रमणकारियों से तालाब की जमीन को मुक्त करा दिया। वहीं कुछ लोग अभी भी सरकारी जमीनों पर कब्जा जमाए है।
जगतपुर गांव के लोगों ने सलोन में आयोजित तहसील दिवस में शिकायत की थी कि गांव में तालाब की जमीन पर 25 वर्षों से खेती की जा रही है। उपजिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए लेखपालों की टीम गठित कर जांच कराई गई तो मामला सही पाया गया। तालाब की जमीन पर धान की रोपाई के लिए किसानों की नर्सरी तैयार की थी। लेखपाल संतलाल व मुकेश मौके पर टैक्टर लेकर पहुंचे और तालाब की लगभग 22 बीघे जमीन को जोतवा दिया। हालांकि अभी तक इस जमीन में धान की रोपाई नहीं हुई थी। इस 22 बीघे जमीन पर गांव के ही ओमप्रकाश, पवन तिवारी, रज्जन, संतलाल, मातादीन, बाबूलाल सहित 30 लोगों का कब्जा था।
- दस बीघे जमीन पर अभी भी कब्जा
जगतपुर गांव के किसान ओमप्रकाश ने बताया कि अभी भी लगभग दस बीघे सरकारी भूमि पर कुछ असरदार लोगों का कब्जा है। तहसील प्रशासन जानते हुए भी उसे खाली नहीं करा रहा है। गांव के सीताराम, रामकिशोर ने बताया कि प्रशासन ने जमीन खाली करवाने में सौतेला व्यवहार किया है। लेखपाल संतलाल ने बताया कि ऐसी कोई जमीन मेरी जानकारी में नहीं है।
- दोस्तपुर बुढबारा गांव में तालाब की 40 बीघे जमीन पर कब्जा
छतोह के दोस्तपुर बुढबारा गांव में तालाब की लगभग 40 बीघे सरकारी भूमि पर दबंग कब्जा कर धान लगाते हैं। इसकी शिकायत गांव के कुछ लोगों ने एक माह पहले सलोन उपजिलाधिकारी से की थी, फिर भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।