पुलिसिया कार्रवाई से असंतुष्ट ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
रायबरेली : सलोन और बछरावां में हुई दो घटनाओं में पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट लोग गुरुवार को विरोध प्रदर्शन करने जिला मुख्यालय पहुंच गए। उन सभी को एसपी आफिस के बाहर ही रोक दिया गया और शिकायती पत्र लेकर वापस भेज दिया गया। पुलिस के इस व्यवहार से ग्रामीण आक्रोशित हो गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन देकर उन्हें शांत कराया।
बछरावां के अघौरा गांव से विद्यावती के साथ आए ग्रामीणों ने पहले डिग्री कालेज चौराहे पर प्रदर्शन किया, फिर वे शिकायती पत्र देने के लिए एसपी आफिस की ओर बढ़े। भारी भीड़ होने की सूचना पर शहर पुलिस पहले ही फायर ब्रिगेड आफिस के पास पहुंच गई और उन्हें रोक दिया। विद्यावती ने बताया कि छह जून को उनके गांव के हंसराज की ईंट मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में उनके पति मंशाराम को जेल भेज दिया गया, जबकि वारदात किसी और ने की थी। जो लोग इस अपराध में संलिप्त हैं, उनकी पुलिस से निकटता है। उप निरीक्षक से उसकी सांठगांठ है, जिसके चलते इस मामले में उसके परिवार को फंसाया जा रहा है। मौके पर पहुंचे सीओ महराजगंज राम किशोर सिंह ने उनका शिकायती पत्र लिया और कार्रवाई का आश्वासन देकर वापस भेज दिया।
सलोन के कालू जलालपुर गांव से भी बड़ी संख्या में ग्रामीण बछरावां के लोगों के साथ वहां आ गए थे। शिकायतकर्ता रंगीलाल ने बताया कि आठ जुलाई को उसका भाई हिम्मत घर से लापता हो गया था, जिसका शव गांव से करीब 20 किमी दूर बबूल के पेड़ से लटका मिला था। उसकी हत्या करके शव लटकाया गया था, लेकिन पुलिस ने एफआइआर नहीं लिखी और न ही कोई कार्रवाई की। सलोन के सीओ अमित कुमार भी विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के बीच पहुंच गए। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि इस मामले में दोबारा जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।