कसना के ग्राम विकास अधिकारी से जवाब तलब
रायबरेली : कूड़ेदान की खरीद में भ्रष्टाचार के अब तक सामने आए घोटालेबाजों पर शिकंजा क
रायबरेली : कूड़ेदान की खरीद में भ्रष्टाचार के अब तक सामने आए घोटालेबाजों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। करीब 13 दिन पहले कार्रवाई के दिए गए आदेश पर अमल होने लगा है। इसकी शुरुआत कसना ग्राम पंचायत के सेक्रेटरी नोटिस जारी कर हुई है।
शिवगढ़ ब्लॉक की इस ग्राम पंचायत में ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी ने कूड़ेदानों की खरीद में सरकारी धन का बंदरबाट किया था। दैनिक जागरण ने इसे प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद डीएम संजय खत्री ने बीडीओ शिवगढ़ से जांच कराई थी। जिसमें 1700 के कूड़ेदान 6500 में खरीदने की बात सामने आई थी। इसी जांच रिपोर्ट के आधार पर बीती 31 अक्टूबर को डीएम ने डीडीओ को दोषी ग्राम विकास अधिकारी और डीपीआरओ को ग्राम प्रधान पर कार्रवाई के आदेश दिए थे। जिस पर अब जाकर कार्रवाई शुरू हुई है।
..तो डीपीआरओ दबाए बैठे आदेश
डीएम ने डीडीओ और डीपीआरओ दोनों को ही आदेश एक साथ जारी किया था। डीडीओ ने तो उच्चाधिकारी के आदेश का पालन शुरू कर दिया, लेकिन डीपीआरओ उपेंद्र राज ¨सह अब तक आदेश को दबाकर बैठे हैं। उन्होंने ऐसे किसी आदेश की जानकारी से साफ इंकार किया। जबकि डीडीओ एके वैश्य बताते हैं कि दोनों विभागों को आदेश हुए थे। सवाल यह है कि आखिर डीपीआरओ मामले में कार्रवाई से क्यों बच रहे हैं।
सेक्रेटरी से होगी रिकवरी
कसना के ग्राम विकास अधिकारी मंजुल मयंक को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया है। दो दिन में जवाब देने के आदेश हैं। इसके बाद घोटाले की धनराशि की वसूली सेक्रेटरी से की जाएगी।
-एके वैश्य, डीडीओ