जिला अस्पताल में आक्सीजन सप्लाई ठप, दो रोगियों ने तोड़ा दम
रायबरेली जिला अस्पताल में लापरवाही के चलते दो मरीजों को जान से हाथ धोना पड़ गया। मंगलवार
रायबरेली : जिला अस्पताल में लापरवाही के चलते दो मरीजों को जान से हाथ धोना पड़ गया। मंगलवार देर शाम बारिश के बाद बिजली आपूर्ति ठप हो गई। इसका असर रोगियों के आक्सीजन सप्लाई पर भी पड़ा। जनरेटर नहीं चलने से दो मरीजों को आक्सीजन नहीं मिल सकी। आरोप है कि इससे उनकी मौत हो गई। रात भर स्वजन रोते-बिलखते रहे। बुधवार सुबह हंगामा करने लगे। डीएम माला श्रीवास्तव ने सिटी मजिस्ट्रेट पल्लवी मिश्रा के साथ वार्डों का निरीक्षण किया। साथ ही प्रकरण की जांच के लिए सीएमओ, सिटी मजिस्ट्रेट व एसडीएम की तीन सदस्यीय टीम गठित की।
जिलाधिकारी ने वार्ड में जाकर मृतक रामफेर और गुप्तार की मौत के बारे में आसपास के रोगियों से जानकारी ली। बातचीत में रोगियों ने बिजली नहीं आने की शिकायत भी की। इस पर उन्होंने सीएमएस को जमकर फटकार लगाई। साथ ही सीएमओ डा. वीरेंद्र सिंह को जांच कर जल्द रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
इनसेट
गले नहीं उतर रहा शाम छह बजे रेफर करने का सीएमएस का बयान:
सीएमएस डा. नीता साहू अपने ही बयान से घिरती नजर आईं। उन्होंने बताया कि मृतक रामफेर निवासी परीदीनपुर चार बजे जिला अस्पताल आया था। उसे आक्सीजन की जरूरत नहीं थी। डा. आरएस पटेल और डा. सलीम ने जांच की। हालत गंभीर होने पर हायर सेंटर के लिए शाम छह बजे रेफर कर दिया गया था। इसके बाद भी परिवारजन लेकर नहीं गए। वहीं दूसरे मरीज गुप्तार सिंह को शाम चार बजे लाया गया था। पहले प्लांट से आक्सीजन दिया गया। बिजली जाने के बाद कंसंट्रेटर और फिर सिलिडर से आक्सीजन उपलब्ध कराया गया। हालत गंभीर होने पर शाम छह बजे उसे भी रेफर कर दिया गया। इनके परिवारजन भी दूसरी जगह नहीं गए। मगर यह बात किसी को गले नहीं उतर रही।
वर्जन
रोगियों के मौत की वजह क्या है, यह जांच रिपोर्ट के बाद ही पता चल सकेगा। यदि किसी की लापरवाही मिलती है तो उसे किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
माला श्रीवास्तव, जिलाधिकारी