ध्वस्त रही यातायात व्यवस्था, डीएम-एसपी भी फंसे
--- बिना होमवर्क बड़े-बड़े दावों के साथ किए गए बदलावों ने बढ़ाई परेशानी -ट्रैफिक को मोड़ने की व्यवस्था का प्रभावी ढंग से अनुपालन न कराने की वजह से बढ़ी समस्या
रायबरेली : सई नदी के पुल की मरम्मत के लिए हाईवे के ट्रैफिक को मोड़ने की तैयारियों को लेकर जो दावे किए गए थे, मंगलवार की सुबह उनकी पोल खुल गई। करीब चार घंटे तक हाईवे जाम रहा। आम मुसाफिरों के साथ तमाम विशिष्टजन भी इसमें फंसे रहे। यहां तक कि डीएम और एसपी को भी जाम के झाम से जूझना पड़ा।
शहर में सुबह सात बजे से लेकर 11 बजे तक लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर ट्रैफिक की रफ्तार थमी रही। लखनऊ से आने वाले वाहनों की गोल चौराहे से कतार लगी थी। इधर, सिविल लाइंस चौराहे पर हर तरफ की रोड जाम रही। हालात इस कदर बिगड़े की जो वाहन जहां फंस गया, फिर जल्दी निकल न सका। शुरुआती दौर में बाइक सवार आते-जाते रहे। इसके बाद उन्हें भी भीड़ में इंतजार करना पड़ा। शहरवासियों ने हाईवे छोड़ दूसरे रास्तों को पकड़ा, इससे वहां भी जाम लग गया। डीएम वैभव श्रीवास्तव और एसपी श्लोक कुमार भी काफी देर जाम में फंसे रहे। उधर, रोडवेज बसों के न आने से मुसाफिर परेशान रहे। उन्हें इधर-उधर भटकना पड़ा। इनसेट
बिना होमवर्क किए लागू कर दिया प्लान
जिस तरह ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ी उससे साफ है कि बिना होमवर्क रूट डायवर्जन किया गया था। अफसरों ने परशदेपुर रोड की खस्ताहाल दशा पर ध्यान नहीं दिया। इसी रोड पर सिविल लाइंस से आगे चलकर पीएसी के पास अतिक्रमण ने भी समस्या खड़ी की। अफसरों की इसी लापरवाही का खामियाजा हजारों वाहन सवारों संग जिले के आलाधिकारियों को भुगतना पड़ा।