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एनटीपीसी के तीन कर्मचारियों समेत 22 कोरोना संक्रमित

- रेलकोच अस्पताल के तीन मरीजों और जेल के 19 बंदियों की रिपोर्ट आई निगेटिव कोविड हॉस्पिटल से डिस्चार्ज -स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी ने जताया कोरोना की दूसरी लहर आने की आशंका

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Nov 2020 12:16 AM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 12:16 AM (IST)
एनटीपीसी के तीन कर्मचारियों समेत 22 कोरोना संक्रमित
एनटीपीसी के तीन कर्मचारियों समेत 22 कोरोना संक्रमित

रायबरेली : मंगलवार को 22 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिनमें एनटीपीसी के तीन कर्मचारी भी शामिल हैं। रेलकोच फैक्ट्री स्थित एल-टू हॉस्पिटल में भर्ती तीन मरीजों और जेल में बंद 19 बंदियों की रिपोर्ट निगेटिव आ गई है।

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स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डीएस अस्थाना ने बताया कि एनटीपीसी के अलावा कांशीराम कॉलोनी, भगवंत नगर कॉलोनी, शांति नगर, पलिया, पूरे हाता चिलौला, पूरे नंदा हरचंदपुर, हरचंदपुर, जलालाबाद, पहाड़पुर, पूरे भवानी, बिरनावा में संक्रमित मिले हैं। इनमें से बिना लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेट किया गया है। एल-वन फैसिलिटी सेंटर रेयान से रेलकोच स्थित हॉस्पिटल शिफ्ट किया जा रहा है। कम गंभीर मरीजों को अब वहीं रखा जाएगा। प्रथम तल पर एल-वन और ग्राउंड फ्लोर पर एल-टू हॉस्पिटल संचालित होगा। सुरक्षा नियमों को लेकर उन्होंने कहा कि अभी कोरोना का डर खत्म नहीं हुआ है। बीमारी की दूसरी लहर आने की आशंका बनी हुई है। इसलिए सावधानी बरतें। मास्क लगाकर ही घर से निकलें। शारीरिक दूरी बनाए रखें और हाथ समय-समय पर सैनिटाइज करते रहें। बाजार में जाते वक्त विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।

दोपहर बाद खुले बैंक, लोगों ने झेली समस्या

संवादसूत्र, लालगंज: आधुनिक रेलडिब्बा कारखाना लालगंज के सामने स्थित इलाहाबाद बैंक में दोपहर तक ताला लटकता रहा। उपभोक्ता काफी देर तक इंतजार करते रहे। दोपहर करीब 12:30 बजे ताला खुला तो लोगों ने राहत की सांस ली। इसके बाद लेनदेन शुरू हो सका। अव्यवस्था से खाताधारकों में आक्रोश व्याप्त रहा।

दीपावली पर अवकाश के बाद मंगलवार को बैंक खुलने से उपभोक्ताओं की भीड़ रही। इलाहाबाद बैंक शाखा ऐहार के खाताधारक भी बैंक पहुंचे, लेकिन सुबह 10 बजने के बाद भी गेट पर ताला लटकता रहा। लोग काफी देर तक इधर-उधर टहलते रहे। आसपास के लोगों से बैंक खुलने को लेकर टोह लेते रहे। इसके बाद थक-हारकर बैठ गए। उपभोक्ताओं को बताया गया कि शाखा प्रबंधक और लिपिक के पास एक-एक चाबी रहती है, लेकिन किन्ही कारणवश दोनों लोग नहीं आ सके। इसके चलते बैंक नहीं खुल सका। दोपहर 12 बजे के बाद चाबी आने पर बैंक का ताला खुला। इसके बाद बैंक खातों से लेनदेन प्रक्रिया शुरू हो सकी। शाखा प्रबंधक सुधांशु का कहना है कि लिपिक अवकाश पर था। दूसरी चाबी मेरे पास है। बड़े भाई का एक्सीडेंट हो गया था। दूसरे के हाथ भेजी थी, लेकिन समय से नहीं पहुंच सकी। मैं भी दोपहर बाद भाई का उपचार कराकर बैंक आ गया।


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