शहर में चहल-पहल, ग्रामीण इलाकों में सन्नाटा
प्रमुख बाजारों और चौराहों पर तैनात रही खाकी आने-जाने वालों को रोककर हुई पूछताछ
रायबरेली : 55 घंटे के प्रतिबंध के पहले दिन स्थितियां सामान्य रहीं। लोग सड़कों पर निकले जरूर लेकिन, जरूरी काम होने पर ही। प्रतिष्ठान बंद रहे। आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुली रहीं। कुछ लोग जो बेवजह घूमते मिले, उन पर कार्रवाई भी की गईं।
शहर की कचेहरी रोड, बस स्टेशन रोड, रेलवे स्टेशन रोड समेत अन्य प्रमुख सड़कों पर दिनभर वाहनों का दौड़ना जारी रहा। हालांकि, आम दिनों की अपेक्षा भीड़ का दबाव कुछ कम था। लेकिन, वाहनों की कतार देख यह तो हर कोई समझ गया कि पाबंदियों पर कितना अमल हो रहा है। प्रमुख चौराहों पर पुलिस तैनात रही। लोगों को आते-जाते -टोका गया। सैरसपाटे के लिए निकले लोगों को डांट-डपट कर वापस भी किया गया। पुलिस से आंख बचाते लोग कहीं न कहीं से निकल जरूर रहे थे।
इनसेट दवा लेने तो कोई जरूरी सामान लेने को निकला
लालगंज नगर में मेडिकल व गिनी चुनी परचून की दुकानों को छोड़ सभी बंद रही। मंडी समिति में आधी दुकानें भी नहीं लगी। किसानों को भी सब्जी लाने से मना कर दिया था। हालांकि, गलियों में चोरी छिपे चाय और पान-मसाले की दुकानें खुली रहीं। लेकिन, सड़कों पर सन्नाटा था। बछरावां में प्रमुख हाईवे सहित ग्रामीण क्षेत्रों की गलियां सुनसान रहीं। बिना मास्क लगाए चलने वाले बाइक सवारों का चालान किया गया। डीह क्षेत्र में दुकानें पूरी तरह बंद रही। जरूरी काम से लोग बाहर निकलते मिले। जिनसे जगह जगह तैनात पुलिस कर्मियों ने घरो से बाहर निकलने के बारे में पूछताछ की। संतुष्ट होने के बाद ही पुलिस कर्मियों ने उन्हें बाहर जाने दिया। ऊंचाहार में अपर जिलाधिकारी राम अभिलाष तथा अपर पुलिस अधीक्षक नित्यानंद राय ने पहुंच प्रतिबंधों पर अमल का जायजा लिया।