सीवर जाम, उफनाकर बहे नाले, किशोरी की मौत
शहर की सड़कों पर घुटनों तक भरा पानी निचले इलाकों में घरों व दुकानों में भी घुसा नगर पालिका परिषद की तैयारियां काम आई और न ही मुहल्लों में बने नाले व नालियां
रायबरेली : रविवार की रात शुरू हुई मूसलाधार बारिश शहरवासियों के लिए आफत बन गई। हर तरफ सिर्फ पानी ही पानी दिखा। न तो नगर पालिका की तैयारियां काम आईं तो न नाले और नालियां। निचले इलाकों में पानी लोगों के घरों और दुकानों तक घुस गया। वहीं एक जगह मकान की छत गिरने से किशोरी की मौत हो गई। उसके पिता और भाई गंभीर रूप से घायल हो गए।
शहर के किला बाजार खतराना मुहल्ले में एक मकान की छत बारिश में ढह गई। वहां पर सो रहे कासिम, उसका बेटा शादाब और 12 वर्षीय बेटी निदा मलबे में दब गए। हादसे में निदा की मौत हो गई। जबकि कासिम और शादाब गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। उधर, मूसलाधार बारिश के बाद सोमवार की सुबह शहर के हालात बद से बदतर दिखे। जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल के दोनों गेट पर घुटनों तक पानी भरा था। जिसके चलते मरीजों का पहुंचना मुश्किल हो गया। विकास भवन और बस स्टेशन के हालात भी कुछ ऐसे ही थे। कचेहरी रोड, डीएम आवास रोड, बस स्टेशन से कानपुर रोड पर जलभराव देख चार पहिया वाहन सवार भी आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं जुटा सके। बड़ा घोसियाना, निराला नगर, सोनिया नगर, नया पुरवा, सत्य नगर, अंबेडकर नगर, कैलाशपुरी समेत अन्य कई मुहल्लों में नाले और सीवर उफना रहे थे। पानी लोगों के घरों और दुकानों तक में घुस गया। जिससे लोगों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ा।
बिजली आपूर्ति व्यवस्था हुई धड़ाम
तेज बारिश के कारण शहर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था भी धड़ाम हो गई। शहर में प्रगतिपुरम, तेलियाकोट, इंदिरा नगर उपकेंद्रों की 33 केवी लाइन में खराबी आ गई। वहीं कचेहरी रोड पर एक नीम का पेड़ बिजली की लाइन पर गिर पड़ा। इसके अलावा एलटी लाइनों में जो गड़बड़ी आई वह अलग। यही हालात ग्रामीणअंचल में भी रही। कई जगह तो सोमवार की शाम तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी थी।