बच्चों को भेजा रिश्तेदारी, फात्मा के दरवाजे गुजारी रात
हिदू धर्म अपनाने वाले देव प्रकाश को पुजारी ने खिलाया खाना सुरक्षा में पुलिस बल तैनात
रायबरेली : हिदू धर्म अपनाने वाले परिवार को जिदा जलाने की कोशिश मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। घटना कोतवाली सलोन के रतासो गांव में गत शनिवार की रात हुई थी। घटना से खौफजदा पीड़ित ने रविवार की शाम बच्चों को प्रतापगढ़ रिश्तेदारी में भेज दिया। खुद पुलिस सुरक्षा में पड़ोस की फात्मा के दरवाजे सोया। गांव में हालात सामान्य हैं।
उक्त गांव निवासी देव प्रकाश ने तीन बच्चों के साथ दो सितंबर 2020 को हिदू धर्म अपना लिया था। वह गांव में ही पट्टे की जमीन पर मकान बनाकर रह रहा था। कुछ दिन पहले ही उसने घर के बगल में भगवान की मूर्तियां स्थापित कर दी थीं। इसी बात को लेकर उसको प्रधान ताहिर ने अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी। शनिवार की रात करीब दो बजे पीड़ित घर के बाहर का दरवाजा बंद करके अराजकतत्वों ने आग लगा दी थी। पीछे का दरवाजा तोड़कर उसने खुद की और बच्चों की जान बचाई। संदेह के आधार पर प्रधान ताहिर, पूर्व प्रधान अली अहमद, द्वारिका सिंह, अकबर और इम्तियाज के खिलाफ तहरीर दी थी, जिस पर रिपोर्ट भी दर्ज कर ली गई। रविवार की शाम डीएम वैभव श्रीवास्तव और एसपी श्लोक कुमार मौके पर पहुंचे और पीड़ित से पूछताछ की। साथ ही गांव में माहौल न बिगड़े, इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया।
पूर्व प्रधान समेत दो गिरफ्तार
वारदात में आरोपित रतासो के पूर्व प्रधान अली अहमद और इम्तियाज को कमालगंज के पास से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों खुद को बेकसूर बता रहे हैं। पुलिस की पूछताछ अभी जारी है।
पुजारी ने खिलाया खाना
गांव के ही पुजारी परिवार ने देव प्रकाश को सुबह, दोपहर और शाम को खाना खिलाया। बुद्धिजीवियों ने उससे बिना किसी डर के रहने की बात कही। पुलिस की मौजूदगी के चलते सोमवार को भी माहौल शांतिपूर्ण रहा।
वर्जन,
वारदात की गहनता से जांच की जा रही है। दो आरोपित पकड़े जा चुके हैं। शेष की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं।
श्लोक कुमार, पुलिस अधीक्षक