रोडवेज ने जमा किए 32.66 लाख, दौड़ेंगी सरेंडर बसें
परिवहन निगम की सरेंडर 18 बसें जल्द ही फिर से सड़कों पर दौड़ेंगी
रायबरेली : परिवहन निगम की सरेंडर 18 बसें जल्द ही फिर से सड़कों पर दौड़ेंगी। रोडवेज ने इनका बकाया 32.66 लाख रुपये का अतिरिक्त कर जमा कर दिया है।
लॉकडाउन के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवहन निगम के रायबरेली डिपो ने अपनी 18 बसें परिवहन विभाग में सरेंडर कर दी थीं। निगम के पास इतना भी बजट नहीं था कि वह इनका अतिरिक्त टैक्स जमा कर सके। इन बसों के खड़ी हो जाने से डिपो की व्यवस्थाएं प्रभावित हो रही थीं। कई रूटों पर यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। इधर, दीपावली के बाद निगम की आर्थिक स्थिति भी कुछ सुधरी है। यही वजह है कि सरेंडर बसों को फिर से चलाने का मन बनाया है। इसके लिए निगम मुख्यालय से बकाया टैक्स 32.66 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया है। एआरएम अक्षय कुमार का कहना है कि एक या दो दिन में इन बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
बिना नंबर के फर्राटा भर रहे वाहन, जिम्मेदार खामोश रायबरेली : शासन इस बात पर जोर दे रहा है कि वाहनों के नंबर प्लेट पर सिर्फ नंबर ही लिखाया जाए, लेकिन यहां तो नंबर ही नहीं लिखाए जाते। सूनी नंबर प्लेट लेकर ही वाहन फर्राटा भर रहे हैं।
यातायात और परिवहन विभाग के नियमों की यहां खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं। बिना नंबर के ट्रक, टेंपो और ट्रैक्टर ट्रॉलियां दौड़ रहीं हैं। नंबर लिखे भी होते हैं तो वह समझ में नहीं आते। इसके अलावा तमाम ट्रकों के चालक तो जानबूझ कर नंबर प्लेट के ऊपर ग्रीस आदि लगा देते हैं, ताकि नंबर पढ़ा न जा सके। दिक्कतें तब आतीं हैं, जब इन वाहनों से कोई दुर्घटना हो जाती है। इन्हीं घटनाओं में बचकर निकलने के लिए वाहन मालिक व चालक यह मनमानी करते हैं। वैसे तो परिवहन विभाग के साथ पुलिस को भी इन पर कार्रवाई की जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन यहां दोनों ही विभाग खामोशी साधे हैं।