रोडवेज दौड़ी 115 की रफ्तार, हवा संग बातें करने वाले वाहनों का चालान
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रायबरेली : निजी वाहनों के चालक तो दूर सरकारी विभागों के वाहन चालक भी यातायात के नियमों का पालन करने में दिलचस्पी नहीं दिखाते। त्रिपुला में लगे स्पीड रडार ने सोमवार को यह मनमानी पकड़ ली। मानक से अधिक रफ्तार से वाहन चलाने पर इलाहाबाद डिपो की बस समेत 10 वाहनों का चालान काट दिया गया।
शहर के त्रिपुला चौराहे में लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर लगे स्पीड रडार के माध्यम से अधिक रफ्तार में वाहन चलाने वालों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। इस चौराहे से गुजरने की बड़े वाहनों की स्पीड 40 और छोटे वाहनों की स्पीड 60 किलोमीटर प्रति घंटा की निर्धारित है। मगर, उप संभागीय परिवहन अधिकारी संदीप जायसवाल ने सोमवार को पड़ताल की तो स्पीड तीन गुना से भी अधिक मिली। लखनऊ से प्रयागराज जा रही इलाहाबाद डिपो की एक बस तो 115 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। इसी तरह एक ट्रक की स्पीड 111 किलोमीटर प्रति घंटे नापी गई। यही नहीं आठ अन्य कारों की स्पीड भी रडार ने पकड़ी। सभी 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से फर्राटा भर रहीं थी। एआरटीओ ने बताया कि इन वाहनों का चालान कर दिया गया। स्पीड रडार का पूरा ब्योरा कलेक्ट्रेट में बने नई दिशा कार्यालय में अपलोड होगा। इसके बाद पंजीकरण नंबर के आधार पर वाहन स्वामियों के पते पर नोटिस भेजी जाएगी।