पंचायत चुनाव-नहीं आए आरओ, 10 एआरओ भी नदारद
चालान फार्म पर हस्ताक्षर कराने को भटकते रहे दावेदार
रायबरेली : निर्वाचन अधिकारी (आरओ) और सहायक निर्वाचन अधिकारी (एआरओ) के न आने के कारण राही ब्लॉक में नामांकन पत्रों की बिक्री का काम मंगलवार को काफी देर तक प्रभावित रहा। इससे नामांकन पत्र लेने आए लोगों में नाराजगी दिखी।
राही ब्लॉक में कुल 11 काउंटर बनाए गए थे। हर काउंटर पर एक एआरओ की तैनाती है। उनके साथ एक पंचायत सचिव और दो सफाई कर्मी लगाए गए हैं। मंगलवार को 11 में से सिर्फ एक एआरओ ही ब्लॉक पहुंचे थे, जबकि ब्लॉक के आरओ सत्येंद्र मोहन पांडेय भी नहीं थे। आवेदकों द्वारा बैंक में जमा किए जाने वाले चालान के फार्म पर आरओ के हस्ताक्षर जरूरी हैं। उनके न होने के कारण लोगों को खासा दिक्कतें उठानी पड़ीं। काफी देर तक लोग इधर-उधर भटकते रहे। बाद में सहायक विकास अधिकारी पंचायत सईद अहमद ने काम शुरू कराया। उधर, इस संबंध में खंड विकास अधिकारी जैनिथ कांत से बात करने का कई बार प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।
वाणिज्य कर विभाग के उपायुक्त पर एफआइआर
रायबरेली : पंचायत चुनाव में मिली जिम्मेदारी को निभाने में लापरवाही पर वाणिज्य कर विभाग के उपायुक्त पर एफआइआर दर्ज कराई गई है। इस कार्रवाई से अन्य अन्य अफसरों व कर्मचारियों में खलबली मच गई है।
वाणिज्य कर विभाग के खंड दो में तैनात उपायुक्त सत्येंद्र मोहन पांडेय को जिलाधिकारी ने पंचायत चुनाव में रिटर्निंग ऑफिसर की जिम्मेदारी सौंपी हैं। उन्हें राही ब्लॉक का आरओ बनाया गया है। 27 मार्च को पंचायत चुनाव को लेकर प्रशिक्षण का आयोजन किया गया था। इसमें सत्येंद्र मोहन को भी शामिल होना था। मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल की ओर से 26 मार्च को इसकी जानकारी भी उन्हें दी गई थी। इसके बाद भी वे प्रशिक्षण में शामिल होने नहीं पहुंचे। इस पर सीडीओ ने सख्त रुख अपनाते हुए उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई के निर्देश दिए। उनके आदेश पर ही जिला विकास अधिकारी ने उपायुक्त के खिलाफ शहर कोतवाली में तहरीर दी। कोतवाल अतुल सिंह ने बताया कि मामले में तहरीर मिली थी, जिसके आधार पर एफआइआर दर्ज कर ली गई है। छानबीन कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।