आरेडिका कर्मियों ने काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन
- निगमीकरण के विरोध में उतरे कर्मचारी की नारेबाजी
रायबरेली: आधुनिक रेलडिब्बा कारखाना बचाव संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले निगमीकरण के विरोध में शुक्रवार को कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर काम किया। इससे पहले गेट पर संयुक्त संघर्ष समिति के नेताओं ने कारखाना कर्मचारियों के साथ काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के दौरान रेल कर्मचारियों ने जान की बाजी लगाकर देश सेवा की। इसके बावजूद सरकार पूंजीपतियों के दबाव में काम कर रही है।
कर्मचारी नेता नैब सिंह व मनोज ओझा ने कहा कि आरेडिका का निर्माण एक हजार कोच प्रतिवर्ष उत्पादन को ध्यान में रखकर किया गया था। इसके बावजूद कारखाने में लगभग दो हजार कोच गत वर्ष बनाए गए हैं। अन्य देशों की अपेक्षा यहां पर सस्ते व गुणवत्तापूर्ण अत्याधुनिक कोचों का निर्माण हो रहा है इसके बाद भी कारखाने का निगमीकरण करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसका विरोध रेलवे बोर्ड द्वारा जारी किए गए सौ दिन के एक्सन प्लान के बाद से लगातार किया जा रहा है। कहा कि प्रधानमंत्री ने वाराणसी में जनता से वादा किया था कि रेल का निजीकरण नहीं
किया जाएगा। रेलमंत्री भी ट्विटर पर आए दिन ट्वीट कर यह स्वीकार कर रहे हैं कि कारखाने में रिकार्ड उत्पादन हो रहा है। इस मौके पर तेजपाल, बलराम यादव, रामबरन वर्मा, देवनाथ निर्मल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।