MLA अदिति सिंह से मिलने पहुंचीं प्रियंका वाड्रा ने कहा, गुंडों की नहीं है रायबरेली
रायबरेली में मंगलवार को विधायक अदिति सिंह के काफिले पर हमला हुआ था जिसमें वह घायल हो गईं थी। प्रियंका गांधी उनसे मिलने रायबरेली पहुंचीं।
रायबरेली, जेएनएन। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा बुधवार दोपहर रायबरेली पहुंची। 50 मिनट उन्होंने तिलक भवन कार्यालय में बिताए। दो मिनट के लिए मीडिया से मुखातिब हुईं तो मंगलवार को विधायक व जिला पंचायत सदस्यों के साथ हुए हमले व मारपीट के मामले पर तल्ख टिप्पणी की।
प्रियंका ने कहा, रायबरेली गुंडों की नहीं है। सत्ताधारी गुंडों ने जो कुछ किया, उससे लोकतंत्र को चोट पहुंची है। हमने तीन दिन पहले ही प्रशासन से कहा था कि जिला पंचायत के अविश्वास प्रस्ताव में सबकुछ फेयर हो, लेकिन अफसरों ने नाइंसाफी की। हम उन्हें छोड़ने वाले नहीं हैं। इलेक्शन कमीशन में कम्प्लेन करेंगे। जरूरत पड़ी तो कानून के अन्य रास्ते भी हैं। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि डरने की बिलकुल जरूरत नहीं है। अब ये लड़ाई आपकी नहीं, हमारी है।
प्रियंका ने कहा कि जिस तरह जिला पंचायत सदस्यों काे वाहनों से खींच-खींचकर मारापीटा गया, आखिर ये कैसा लोकतंत्र है। उन्होंने एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस का कोई भी कार्यकर्ता अगर दिनेश से संबंध रखेगा तो उसे तत्काल पार्टी से बाहर कर दिया जाएगा। वहीं, कांग्रेस से 2002 में निष्काषित होने के 17 वर्ष बाद पूर्व विधायक अखिलेश सिंह भी प्रिंयका वाड्रा से मिलने के लिए कांग्रेस कार्यालय पहुंचे। बेटी को कांग्रेस ज्वाइन कराने के बाद से अखिलेश सिंंह सक्रिय राजनीति से हट गए थे।
गौरतलब है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव से पहले मंगलवार को जमकर बवाल हुआ। मारपीट, फायरिंंग और अपहरण की घटनाओं से रायबरेली कांप उठी। दहशतगर्दों ने जिले के हर प्रवेश द्वार पर नाकेबंदी कर दी और वहां से निकलने वाले जिला पंचायत सदस्यों के वाहनों को निशाना बनाया, उन्हें पीटा और कई का अपहरण कर लिया। इस दौरान अविश्वास प्रस्ताव की अगुआई करने वाले जिला पंचायत सदस्य राकेश अवस्थी गंभीर रूप से घायल हो गए। सदर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक अदिति सिंंह पर भी जानलेवा हमला किया गया, उन्हें भी चोटें आई।
घटना के बाद कांग्रेस और सपा समेत कई राजनीतिक दलों के नेता सड़क पर उतर आए थे। हजारों की भीड़ ने कलेक्ट्रेट को घेरा था। देर शाम जिला पंचायत सदस्य राकेश अवस्थी की ओर से एमएलसी दिनेश प्रताप सिंंह, जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश प्रताप सिंंह समेत छह लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया है। डीएम और एसपी ने अराजकता को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है, जबकि एमएलसी दिनेश सिंह ने आरोपों को सिरे से नकार दिया। वहीं, विधायक अदिति सिंह ने सत्ता के इशारे पर शासन-प्रशासन के मूकदर्शक होने का आरोप लगाया है।
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