गाजे-बाजे संग पहुंचे श्रद्धालु, 250 प्रतिमाओं का भू विसर्जन
जिले भर में दुर्गापूजा पंडालों में हवन-पूजन के बाद निकाली विसर्जन यात्रा
रायबरेली : नौ दिन तक पूजन-अर्चन के बाद रविवार से गाजे-बाजे संग दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला शुरू हुआ, जो सोमवार तक चलता रहा। जिले भर में देर शाम तक करीब 250 प्रतिमाओं का भू विसर्जन हुआ। शहर के साथ ही ऊंचाहार, डलमऊ, सरेनी, सलोन में विसर्जन यात्रा निकाली गई। शहर के सई नदी स्थित राजघाट पर विसर्जन का सिलसिला शाम तक जारी रहा। यहां पर नगर पालिका अध्यक्ष पूर्णिमा श्रीवास्तव, प्रतिनिधि मुकेश श्रीवास्तव, खाद्य एवं सफाई निरीक्षक जितेंद्र कुमार, आशुतोष सिंह लगातार व्यवस्था की निगरानी में लगे रहें। वहीं, शारीरिक दूरी का विशेष ख्याल रखते हुए भीड़ सड़क पर नहीं एकत्र होने दी गई।
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खूब उड़ा अबीर गुलाल, प्रसाद वितरण
डलमऊ में रविवार को सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भक्ति गीतों पर नृत्य करते हुए मां दुर्गा की प्रतिमाओं का वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच भू विसर्जन किया। इस दौरान जमकर अबीर गुलाल उड़ा। साथ ही प्रसाद का वितरण किया गया। डलमऊ नगर पंचायत द्वारा छोटा मठ गंगा घाट पर मूर्तियों के भू विसर्जन के लिए गहरा गड्ढा बनाया गया है। 105 छोटी-बड़ी मूर्तियों का विसर्जन किया गया। प्रशासन रहा सतर्क, शारीरिक दूरी का कराया पालन
नगर पंचायत परशदेपुर के मटियारा चौराहे के पास भू विसर्जन किया गया। चौकी प्रभारी विजय नारायण शुक्ल ने बताया कि अटावां, पदमपुर, बिजौली हाजीपुर, रामबाग, सधई मिनरल का पुरवा आदि गांवों के लोग पहुंचे। नगर पंचायत अध्यक्ष विनोद कौशल लगातार सक्रिय रहे। सरेनी के गेगासो में श्रद्धालुओं ने 61 मूर्तियों का विसर्जन किया। इसके बाद गंगा में डुबकी लगाई और मां संकटा के मंदिर में मत्था टेका। इसी तरह रालपुर में 32, निसिगर में पांच मूर्तियों को विसर्जित किया गया। एसडीएम जीतलाल सैनी, सीओ इंद्रपाल सिंह, गंगा प्रसाद, जीत सिंह, जीत नारायण, संतोष यादव, विशाल, अर्जुन सिंह, धर्मेंद्र पांडेय, अनुज शुक्ल आदि मौजूद रहे।