ट्रिपिग से नगरवासी तो अघोषित कटौती से ग्रामीण त्रस्त
व्यवस्था में सुधार के नाम पर पावर कारपोरेशन के अधिकारी कर रहे सिर्फ खानापूरी
रायबरेली : एक तरफ गर्मी चरम है तो दूसरी तरफ बिजली की समस्या। बिजली की किल्लत नहीं है, बल्कि कटौती, ट्रिपिग और लो-वोल्टेज परेशानी का सबब बन गया है। बत्ती की आवाजाही से नगरवासी त्रस्त हैं तो ग्रामीण अंचल में लोग अधाधुंध कटौती से परेशान हैं।
बिजली आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी हो गई है। नगर को 24 घंटे और ग्रामीणांचल को 18 घंटे बिजली देने के आदेश हैं। यह सिर्फ कागजों तक सीमित रह गए हैं। नगर में बमुश्किल 15 से 16 घंटे तो गांवों में 10 से 12 घंटे आपूर्ति ही हो रही है, वह भी टुकड़ों में। रविवार को भी स्थिति यही रही। इंदिरा नगर, कचेहरी रोड, तेलियाकोट, बालापुर, कृष्णा नगर, गोरा बाजार, राजघाट समेत हर मुहल्ले में ट्रिपिग से लोग परेशान दिखे। एक घंटे आपूर्ति होती तो फिर आधे घंटे के लिए बत्ती गुल हो जाती। यही क्रम पूरे दिन चलता रहा। वोल्टेज भी पर्याप्त नहीं मिल पा रहा है। लो-वोल्टेज के कारण कूलर और पंखें काम नहीं कर रहे हैं। बछरावां, सलोन, महराजगंज, गदागंज, जगतपुर सहित अन्य ग्रामीण इलाकों में नगर की अपेक्षा कटौती ज्यादा हुई।
लाइनों में खराबी और लो-वोल्टेज से जूझ रहे उपभोक्ता
संसू, ऊंचाहार : करीब 10 दिन पहले तहसील उपकेंद्र में आग लग गई थी। कई उपकरण जल गए थे। बिजली के लिए लोग तरस रहे थे। अभियंताओं ने तहसील उपकेंद्र में आई खराबी को दूर कराने में तेजी नहीं दिखाई, बल्कि कुछ फीडर जमुनापुर तो कुछ ऊंचाहार देहात उपकेंद्र से जोड़ दिए। इसका परिणाम यह हुआ कि जमुनापुर और ऊंचाहार देहात उपकेंद्र की लाइनें ओवरलोड हो गईं। तहसील उपकेंद्र के साथ अब इन उपकेंद्रों के उपभोक्ताओं की समस्या बढ़ गई। लो-वोल्टेज की दिक्कत तो है ही, लाइनों में फाल्ट की समस्या भी रातों-दिन बनी रहती है। एक बार तार टूट गया तो फिर घंटों के लिए बत्ती गुल हो जाती है। जब तक खराबी दूर होती है, तब तक रोस्टिग शुरू हो जाती है। मुंडीपुर के राम मोहन तिवारी, बांके बिहारी मिश्र, लल्लन, पचखरा के अर्जुन दुबे, गोलू सिंह भदौरिया ने कहा कि यहां पर तैनात अभियंता व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रखने में नाकाम साबित हो रहे हैं। इसका दंश आमजन को झेलना पड़ रहा है। एक्सईएन दिलीप कुमार ने कहा कि जल्द उपकेंद्र की खराबी दूर कराई जाएगी।