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44 किसानों का नहीं हो सका 88 लाख रुपये भुगतान

14 करोड़ 85 लाख के सापेक्ष किसानों को मिले 13 करोड़ 97 लाख मात्र 1493 हेक्टेयर में 2450 किसानों ने की गन्ने की खेती

By JagranEdited By: Published: Fri, 06 Nov 2020 12:07 AM (IST)Updated: Fri, 06 Nov 2020 12:07 AM (IST)
44 किसानों का नहीं हो सका 88 लाख रुपये भुगतान
44 किसानों का नहीं हो सका 88 लाख रुपये भुगतान

रायबरेली : कभी गांव-गांव गन्ने की खेती होती थी, लेकिन शुगर मिल बंद होने से किसानों का मोह भंग होता गया। ऐसे में गन्ना बोआई का क्षेत्रफल घटता गया। पिछले सत्र में गन्ना बेचने वाले 44 किसानों का 88 लाख रुपये बकाया है।

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पिछले वर्ष 1502 हेक्टेयर में 2551 किसानों ने गन्ने की खेती की थी। चार लाख 70 हजार क्विंटल गन्ना चीनी मिल को बेचा गया। 14 करोड़ 85 लाख रुपये में से किसानों को 13 करोड़ 97 लाख का भुगतान हो गया। अभी भी 44 किसानों के 88 लाख रुपये बकाया हैं। इस बार 2450 किसानों ने 1493.61 हेक्टेयर में गन्ने की खेती की है, जो पिछले वर्ष की तुलना में कम है। चीनी मिल चलने की कोई तारीख तय नहीं हुई, फिर भी इस माह के अंतिम सप्ताह में चालू होने की संभावना है।

इन गांवों में खुलेंगे सेंटर गन्ना तौल के लिए भोजपुर, मझिगवां, सरेनी, सुलखियापुर, नरेंद्रपुर, गदागंज, अमावां, मेजरगंज, जगतपुर, गुरुबक्सगंज में सेंटर खोले जाएंगे। इन सेंटरों के अलावा भी कुछ किसान सीधे हैदरगढ़ चीनी मिल गन्ना ले जाते हैं।

भुगतान के मामले में जिला मंडल में पहले स्थान पर है। 94 फीसद भुगतान हो गया, शेष भी जल्द हो जाएगा। 29 नवम्बर से गन्ना खरीद सेंटर खोलने की तैयारी है।

संजय कुमार, जिला गन्ना अधिकारी


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