कांग्रेस विधायक अदिति सिंह के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेसियों का प्रदर्शन Raebareli News
रायबरेली के कचहरी रोड स्थित तिलक भवन पर हुआ हाईवोल्टेज ड्रामा पुलिस ने संभाला मोर्चा। कोठी से विधायक के जाने के बाद पहुंचे कांग्रेसी नारेबाजी करके बैठे धरने पर।
रायबरेली, जेएनएन। सदर विधायक अदिति सिंह द्वारा पार्टी निर्देशों की अवहेलना करते हुए विशेष सत्र के दौरान सदन में बैठना कांग्रेस को अखर गया है। शुक्रवार दोपहर बाद पार्टी नेता और कार्यकर्ता विभिन्न नारे लिखीं तख्तियां लेकर कोतवाली रोड स्थित विधायक कार्यालय (जिसे कोठी भी बोला जाता है) के बाहर इकट्ठा होकर नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठे।
अदिति सिंह के इस्तीफे की मांग की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। इसी बीच कोठी से अदिति समर्थक भी बाहर निकल आए। उनकी कांग्रेसियों से भिड़ंत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने हालात नियंत्रित कर लिए।
बता दें, दो अक्टूबर को गांधी जयंती पर विधानसभा में विशेष सत्र का विपक्ष ने बहिष्कार किया था। मगर, सदर से कांग्रेस विधायक अदिति ङ्क्षसह सदन में पहुंच गईं। यह कांग्रेस को नागवार लगा। कांग्रेस कार्यालय तिलक भवन के ठीक सामने ही पूर्व विधायक अखिलेश ङ्क्षसह का कार्यालय भी वर्षों से है। अब यहीं अदिति भी कार्यकर्ताओं, समर्थकों और लोगों से मुलाकात करती हैं। वे जब कोठी से चली गईं तब करीब तीन बजे कांग्रेस के समर्थक उसी भवन के सामने धरने पर बैठ गए।
नेताओं ने संबोधन में कहा कि भाजपा की नीतियों का समर्थन और इनाम स्वरूप वाई प्लस सुरक्षा मिलने के बाद विधायक अब इस्तीफा दे दें। जिला अध्यक्ष वीके शुक्ल ने कहा कि कांग्रेस की वजह से जिनकी राजनीति फली-फूली, पार्टी चिन्ह पर जो चुनाव जीते वे निर्देशों का विरोध कर रहे हैं। ऐसे मौका परस्तों को पार्टी से निलंबित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहाकि पार्टी छोड़ कर गए एमएलसी के नक्शे कदम पर चलते हुए मौजूदा सदर विधायक कांग्रेस से विश्वासघात कर रहीं हैं।
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बता दें, अदिति के पूर्व विधायक अखिलेश सिंह के बेटी है। बीती 20 अगस्त को पूर्व विधायक अखिलेश सिंह का निधन हो गया। पूर्व विधायक अखिलेश सिंह ने 2016 से विधायक ने कांग्रेस पार्टी में अपने संबंधों का उपयोग करते हुए अपनी बेटी अदिति सिंह को कांग्रेस में शामिल करवाया था। 2017 के चुनावों में बेटी को सबसे ज्यादा वोटों से जितवा कर रिकॉर्ड कायम किया।