सगी बहनों से सरेराह छेड़छाड, 18 दिन बाद लिखी रिपोर्ट
- थाने पहुंचे लाचार पिता से तहरीर लेकर भगाया - पुलिस अधीक्षक की डांट के बाद जांच करने पहुंचे सीओ और एसओ
रायबरेलीं : सगी बहनों से दबंग युवकों ने सरेराह छेड़छाड़ की। वह किसी तरह आबरू बचाने में कामयाब रहीं। पीड़ित लड़कियों को साथ लेकर पिता जब थाने पहुंचा तो शिकायती पत्र रखकर भगा दिया गया। ये वारदात पांच नवंबर की है, जिसमें अब एसपी के आदेश पर रिपोर्ट लिखी गई।
मिशन शक्ति अभियान को लेकर सरकार गंभीर है। स्वयं कप्तान इसकी निगरानी कर रहे हैं। बावजूद इसके मातहत ही आधी आबादी की इज्जत की परवाह नहीं कर रहे हैं। ये संगीन प्रकरण इसी कारगुजारी की बानगी है। बताया गया कि पांच नवंबर की दोपहर युवती मनरेगा में मजदूरी करने के लिए घर से निकली। गांव के दो युवकों ने उसका रास्ता रोक लिया और अश्लील हरकतें करने लगे। जब युवती ने विरोध किया तो उसे दबोच लिया। उसकी चीख सुनकर छोटी बहन मदद के लिए दौड़ी, मनचलों ने उसके साथ भी छेड़छाड़ शुरू कर दी। करीब एक घंटे तक दोनों का शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न होता रहा। वे किसी तरह अपनी आबरू बचाकर वहां से भागीं। घर आकर पिता को पूरी बात बताई। बेटियों को लेकर पिता थाने पहुंचा और पुलिस अफसरों को संगीन वारदात के बारे में बताया। आरोपितों को पकड़ने और रिपोर्ट लिखने के बजाय उसे थाने से भगा दिया गया। कई दिनों तक वह स्थानीय पुलिस अधिकारियों के चक्कर काटता रहा, लेकिन उसकी नहीं सुनी गई।
हाल ही में उसने अपनी पीड़ा पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार को सुनाई। उन्होंने इस बाबत सीओ और एसओ से पूछा। कार्रवाई के बाबत जवाब न दे पाने पर उन्होंने थानाध्यक्ष को डांटा। सीओ और एसओ को जांच कर कार्रवाई के लिए आदेशित किया। सोमवार को दोनों अधिकारी मौके पर पहुंचे। जांच में स्थानीय लोगों ने वारदात होने की तस्दीक की। तब जाकर आरोपित युवकों के खिलाफ कार्रवाई हो सकी।
वर्जन,
छेड़छाड़ की रिपोर्ट दर्ज कर आरोपितों की तलाश की जा रही है। जल्द ही उन्हें जेल भेजा जाएगा।
राजेश कुमार सिंह, थानाध्यक्ष