असफरों की आंकड़ेबाजी, सम्मान निधि के लिए किसान काट रहे चक्कर
- अफसरों का दावा सभी को मिल रहा योजना का लाभ ब्लॉक में आयोजित समाधान दिवस में पहुंच रहे सैकड़ों किसान
रायबरेली : केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पीएम किसान सम्मान निधि आंकड़ेबाजी में उलझी है। अफसरों का दावा कि पात्र किसानों को योजना का लाभ मिल रहा है। सभी के खाते में क्रमवार निधि की किस्तें पहुंच रही हैं, लेकिन हकीकत इससे अलग है। जिले के सैकड़ों की संख्या में किसान योजना के लाभ से वंचित हैं। इसकी बानगी शासन के निर्देश पर ब्लॉक मुख्यालयों पर आयोजित समाधान दिवस में देखने को मिली। इसमें सैकड़ों की संख्या में किसान पहुंच रहे हैं।
कृषि बीज भंडार सरेनी में 103 से अधिक किसानों ने पीएम सम्मान निधि न मिलने की शिकायत की। मलके गांव के छोटेलाल को एक भी बार पैसा नहीं मिला। महराजगंज में 70, डीह दो दिन में 800 किसानों ने पैसा न मिलने की शिकायत की। बछरावां में 250, खीरों 235, डलमऊ में भी दो दिन में 500 से अधिक किसान योजना का लाभ न मिलने की शिकायत लेकर पहुंचे। खीरों के खरगापुर की सिया ने बताया कि उसे मनमाने तरीके से अपात्र बता दिया गया। डीह के हाजीपुर के रामखेलावन ने एक भी रुपये न मिलने और पोठई के मो. शाबिर को 18 अक्टूबर 2019 के बाद कोई किस्त न मिलने की शिकायत की। किसानों ने बताया कि कई बार इससे पहले भी समस्या दूर कराने की अफसरों से मिन्नतें कर चुके, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
लेखपाल ने बताया अपात्र
लालगंज : राजकीय कृषि बीज भंडार में में आयोजित समाधान दिवस में चकसूधूलाल मजरे गोगूमऊ के जितेंद्र ने बताया कि उसके पास ढाई बीघा भूमि है, फिर भी लेखपाल ने अपात्र बता दिया। रायगढ़ के रजोल और महमदमऊ के रामेंद्र शुक्ल को भी लाभ नहीं मिल रहा है।
इनकी सुनें,
पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ किसानों को मिल रहा है। इसमें कई नए किसान जुड़ते रहते हैं। जो किसान समाधान दिवस में पहुंच रहे हैं, उनकी समस्याएं दूर कराई जा रही हैं।
एचएन सिंह, उपकृषि निदेशक