बालक की मौत में जांच और न कोई पूछताछ, विसरा सुरक्षित
तीन साल के बालक की संदिग्ध हालात में कुएं में मिली थी लाश
रायबरेली : थाना क्षेत्र के बरजोरखेड़ा मजरे ढोढ़वापुर में तीन वर्षीय कुलदीप की मौत का रहस्य अब भी बरकरार है। उम्मीद थी कि खाकी इसे गंभीरता से लेकर पड़ताल करेगी। मगर, अब तक पुलिस का जो रवैया रहा उससे यही माना जा रहा है कि वह सिर्फ मामले को दबाने में जुटी है।
गांव निवासी तीन वर्षीय कुलदीप सोमवार की रात अपने घर से गायब हो गया था। इसके बाद मंगलवार को उसका शव घर से 300 मीटर दूर कुएं में मिला। पहले तो घर वालों ने भी बच्चे की गुमशुदगी की सूचना पुलिस को दी थी। मगर, शव मिलने के बाद जो हालात सामने आए, वह साफ कह रहे हैं कि यह कोई सामान्य दुर्घटना नहीं। घर वाले तो हत्या की आशंका जता रहे हैं। यह बात अलग है कि उनके पास बताने के लिए कोई कारण नहीं। ग्रामीणों में भी ऐसी ही चर्चाएं हैं। फिर भी पुलिस इस पूरे मामले को घुमा रही है। पहले पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की आड़ लेकर खाकी कुछ बोलने से बचती रही। पीएम रिपोर्ट आई तो उसमें मौत की वजह स्पष्ट न हो सकी। इसी को पुलिस ने अपनी ढाल बना ली और अब विसरा रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है। जिन परिस्थितियों में बच्चा गायब हुआ और फिर उसका शव मिला, उसे अफसर संदिग्ध तो मान रहे हैं। मगर, जांच में कोई तेजी नहीं दिखाई जा रही है। पुलिस सिर्फ किसी तरह इस वारदात से पीछा छुड़ाने में जुटी हुई है। यही कारण है कि शव बरामद कर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने तक पुलिस सीमित रह गई। इसके आगे न कोई जांच हुई और न ही पूछताछ।
कोट
मामला संदिग्ध है। मगर, जब तक कोई रिपोर्ट न आ जाए, तब तक कैसे कुछ कहा जा सकता है। बच्चे के परिवारजन अभी गमगीन हैं। इस नाते किसी से बातचीत नहीं हो सकी। विसरा रिपोर्ट आने के बाद उसे देखकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-राघवेंद्र चतुर्वेदी, क्षेत्राधिकारी, महराजगंज