एनटीपीसी से मिली हरी झंडी, रिगरोड को मिलेगी रफ्तार
रायबरेली तीन महीने से बंद रिगरोड का निर्माण अब रफ्तार पकड़ेगा। एनटीपीसी ने राख की आप
रायबरेली : तीन महीने से बंद रिगरोड का निर्माण अब रफ्तार पकड़ेगा। एनटीपीसी ने राख की आपूर्ति को हरी झंडी दे दी है। हालांकि, लोक निर्माण विभाग के पास सिर्फ ढाई महीने का वक्त ही शेष बचा है। इसमें रिगरोड तैयार हो पाएगी या नहीं, यह तो वक्त ही बताएगा। फिलहाल अधिकारी समय पर काम पूरा करने का दावा कर रहे हैं।
महराजगंज रोड पर हरदासपुर से लेकर लखनऊ-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुचरिया तक बन रही रिगरोड का काम वर्ष 2014 में शुरू हुआ था। 17 किमी लंबी पूरी रिगरोड शारदा सहायक नहर के किनारे-किनारे गुजरी है। छह साल में अलग-अलग दो कार्यदायी संस्थाएं आईं। इन्होंने 70 फीसद काम किया। नवंबर-2020 में लोक निर्माण विभाग के एनएच डिवीजन लखनऊ को जिम्मेदारी मिली। महकमे ने काम शुरू कर दिया था, लेकिन बाद में राख का संकट रोड़े अटकाने लगा। छिटपुट काम चल रहे थे, लेकिन पुलों का निर्माण तीन महीने से पूरी तरह ठप था। अब एनटीपीसी ने राख की आपूर्ति के लिए सहमति दे दी है। उम्मीद है कि कामकाज को अब रफ्तार मिलेगी। - इन चौराहों को मिलेगी जाम से निजात
लखनऊ-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग नगर में सिविल लाइंस से होकर गुजरा है। हाईवे के ट्रैफिक की वजह से रतापुर, आइटीआइ मोड़, सारस होटल, सिविल लाइंस, बरगद, मामा, मुंशीगंज चौराहे पर पूरे दिन जाम लगा रहता है। रिगरोड के बनने के बाद लखनऊ से प्रयागराज आने-जाने वाले वाहन बाहर से ही निकल जाएंगे। इससे नगर को जाम से निजात मिलेगी। - दो महीने का ही बचा है समय
पीडब्ल्यूडी को मार्च-2022 में काम पूरा करने की जिम्मेदारी मिली थी। अब ढाई महीने ही बचे हैं। इनमें भी कुछ दिन तो विभागीय लिखापढ़ी के बाद राख की आपूर्ति शुरू होने में निकल जाएंगे। जबकि, सई नदी के ब्रिज समेत कई पुलों का निर्माण ही अभी शेष बचा है। ऐसे में निर्धारित समय पर काम पूरा होते नजर नहीं आ रहा है।
- तय समय पर काम पूरा कराने का प्रयास
एनटीपीसी ने राख की आपूर्ति के लिए स्वीकृति दे दी है। जल्द ही आपूर्ति शुरू हो जाएगी। निर्धारित समय पर काम पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
धर्मवीर सिंह
अधीक्षण अभियंता, लोक निर्माण विभाग, एनएच डिवीजन