गरीबों के अनाज में सेंध, 1600 आधारकार्ड मिले गड़बड़
जिले में 14 हजार से अधिक डुप्लीकेट आधार लगा राशन का किया जा रहा गोलमाल
रायबरेली: गरीबों तक अनाज पहुंचे। इसके लिए सरकार की ओर से लगातार बेहतर वितरण के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं, जिले के जिम्मेदारों के लचर रवैए का फायदा उठाकर सरकारी राशन बाजार में खुलेआम बेचा जा रहा है। जांच मेंअब तक 1600 आधार कार्ड गड़बड़ पाए जाने पर कार्ड से उनकी यूनिट को हटा दिया गया है। अभी जांच चल रही है। ऐसे में, इसकी संख्या और बढ़ना तय है।
पिछले दिनों कई दुकानों के प्रकरण सामने आए। बाजार में बेचने के लिए जा रहे सरकारी अनाज को ग्रामीणों ने पकड़ा। इस पर डीएम ने सख्त रुख अपनाते हुए संबंधित दुकानों का अनुबंध पत्र निरस्त तक किया, लेकिन इसका असर जिला पूर्ति अधिकारी पर पड़ता नजर नहीं आ रहा है।
हाल ही में शासन स्तर पर 14 हजार से अधिक ऐसे आधार कार्ड पकड़े गए हैं, जिनका प्रयोग दो-दो जगहों पर किया जा रहा है। सबसे बड़ी बात दोनों जगह अनाज उठाया जा रहा है। पोल खुली तो अफसर भी सतर्क हुए।
नगर पालिका क्षेत्र में एआरओ और पूर्ति निरीक्षक को जिम्मेदारी
नगर पालिका क्षेत्र में धांधली पकड़ी गई है। यहां पर 64 आधार नंबर का प्रयोग दो जगह किया गया है। डीएसओ ने जांच के लिए क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी और पूर्ति निरीक्षक को जिम्मेदारी सौंपी है। साथ ही एक-एक पालिका कर्मी को भी लगाया गया है।
डीएम ने तहसील स्तर पर टीम गठित करने के दिए निर्देश
गरीबों के अनाज की कालाबाजारी पर रोक लगाने को डीएम ने डीएसओ को तहसील स्तर पर टीम गठित कर जांच कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही गलत मिले आधार नंबर को राशन कार्ड की सूची से बाहर करने के निर्देश दिए हैं। अब तक करीब छह हजार आधार की जांच पूरी हो चुकी है।
वर्जन-
राशन कार्ड की यूनिट में लगे आधार नंबर की जांच कराई जा रही है। अब तक 1600 यूनिट को हटाया जा चुका है। कोई भी व्यक्ति एक ही जगह से अनाज ले सकता है। एक ही योजना में दो-दो जगह आधार का प्रयोग गलत है।
-विमल कुमार शुक्ल, जिला पूर्ति अधिकारी