सीसी कैमरा फुटेज, सर्विलांस से मिली राह
रायबरेली छात्र आदित्य सिंह की हत्या नौ अक्टूबर की रात हुई। दस अक्टूबर की सुबह उसका श
रायबरेली : छात्र आदित्य सिंह की हत्या नौ अक्टूबर की रात हुई। दस अक्टूबर की सुबह उसका शव महराजगंज रोड पर गढी खास के पास मिला। पुलिस इसे दुर्घटना मान रही थी। बाद में परिवारजन ने हत्या का मुकदमा दर्ज कराया।
पहले दिन ही ये स्पष्ट हो गया था कि सोमू ढाबा में छात्र के साथ मारपीट हुई। उसके बाद क्या हुआ, यह बड़ा सवाल था? जिसमें मदद मिली रतापुर, नरेश स्वीट्स और त्रिपुला में लगे सीसी कैमरे से। जिसमें साफ देखा गया कि आदित्य का पीछा किया गया। फिर जिन पर हत्या का संदेह था, उनके नंबर सर्विलांस पर लगाए गए। उसी आधार पर प्रारंभिक गिरफ्तारियां हुईं। फॉरेंसिक जांच में भी बुलेट में टक्कर की बात कही जा रही है। इन्हीं साक्ष्यों के आधार पर पुलिस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेगी। साथ ही छात्र का पोस्टमॉर्टम करने वाले दोनों चिकित्सकों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। ताकि केस कमजोर न होने पाए।
पुलिस को पता है, गाड़ियों में कौन था
महराजगंज के अशरफाबाद निवासी अभितेज सिंह सोमवार की रात पकड़ा गया। सीओ विनीत सिंह ने बताया कि जब आदित्य का पीछा हुआ तो वह स्कॉर्पियो पर था। पूछताछ में सभी लोगों के बारे में जानकारी मिली है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही हैं। बताते हैं कि अभितेज मृतक आदित्य सिंह का रिश्तेदार है।
चार टीमों ने की मशक्कत
हत्यारोपितों की धरपकड़ के लिए सीओ महराजगंज विनीत सिंह और सीओ सिटी गोपीनाथ सोनी की अगुवाई में चार टीमों को लगाया गया। सीओ विनीत सिंह ने मुख्य आरोपित को डिघिया बाजार के पास से पकड़ा। शहर क्षेत्र के दूसरे आरोपितों को पकड़ने में सीओ सिटी की भूमिका अहम रही।
ढाबा मालिक बोलेरो से, दूसरे वज्र में
मुख्य हत्यारोपित ढाबा मालिक सुरेश यादव को पुलिस ऑफिस तक सरकारी बोलेरो गाड़ी से लाया गया, जबकि दूसरे आरोपितों को वज्र वाहन से लाया गया। जिसमें से अधिकांश उसके ढाबा के वेटर थे। इसकी काफी चर्चा रही कि मालिक और नौकर साथ कैसे बैठा दे पुलिस।