मां का दूध बच्चे के लिए अमृत समान : सीएमएस
रायबरेली : जिला महिला चिकित्सालय में विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत प्रसूताओं को जागरूक किया गया। इस दौरान उन्हें स्तनपान के सही तरीके और लाभ के बारे में बताया गया। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. रेनू चौधरी ने कहा कि मां का दूध बच्चे के लिए अमृत समान होता है। इसमें प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है। इससे बच्चा संक्रमण के प्रभाव से बचा रहता है। साथ ही स्वस्थ रहता है।
चिकित्सालय प्रबंधक मृणालिनी उपाध्याय ने बताया कि एक से सात जुलाई तक अभियान चलाया जा रहा है। इसमें चिकित्सालय में भर्ती प्रसूताओं को स्तनपान का सही तरीका, उससे होने वाले फायदों के बारे में प्रतिदिन नए-नए तरीकों के माध्यम से जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि बच्चे को छह माह तक केवल मां का दूध ही पिलाना चाहिए। इसके बाद बच्चे को गाय या भैंस के दूध में निर्धारित मात्रा में पानी मिलाकर ही बच्चे को देना चाहिए। सीएमएस ने बताया कि समय-समय पर इस कार्यक्रम का जायज़ा लिया जाता है। चिकित्सालय की नर्सिंग स्टाफ शशिबाला सिंह, अनीता, सुमन ने वार्डो में प्रसूताओं को स्तनपान कराने के प्रेरित किया। लेबर रूम में सरोजिनी तिवारी और ओटी में आशा वर्मा ने बताया कि प्रतिदिन नए-नए तरीकों से प्रसूताओं को एक्सक्लूसिव ब्रेस्टफीडिंग के बारे में काउंसलिंग भी की जा रही है। इसके अलावा छह माह तक शिशु को केवल मां का दूध पिलाने के लिए पोस्टर वितरण, काउंसिलिंग द्वारा प्रोत्साहित किया जा रहा है।