इंजन व बोगी बेपटरी, दौड़ पड़ा रेल महकमा
रायबरेली रायबरेली से कानपुर वाया ऊंचाहार जाने के लिए रविवार सुबह ढाई बजे निकली पैस
रायबरेली : रायबरेली से कानपुर वाया ऊंचाहार जाने के लिए रविवार सुबह ढाई बजे निकली पैसेंजर ट्रेन (54153) का इंजन और एक बोगी पटरी से उतर गया। दरियापुर और लक्ष्मणपुर के बीच हुए इस हादसे में पांच लोगों की हालत नाजुक है। सुबह करीब सवा चार बजे जब यह मैसेज चला तो रेल महकमे में खलबली मच गई, लेकिन जब अधिकारी मौके पर पहुंचे और ट्रेन व यात्रियों को सुरक्षित देखा तो चैन की सांस ली।
दरअसल, उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के अफसरों की तरफ से रविवार की सुबह किया गया यह एक मॉकड्रिल था। महकमे की सक्रियता को परखने के लिए यह अभ्यास मंडल के वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी एके यादव की देखरेख में किया गया। इसकी जानकारी वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी के अलावा डीआरएम और तीन उन अधिकारियों को थी, जो मॉकड्रिल की टीम का हिस्सा थ। वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी एके यादव ने बताया कि अभ्यास सफल रहा। यातायात निरीक्षक अनिल कुमार श्रीवास्तव और दरियापुर स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार आजाद समेत कई कर्मचारियों ने तत्परता दिखाई।
सुनसान इलाके में रोकी गई थी ट्रेन : इस अभ्यास में गोपनीयता का खासा ध्यान दिया गया था। दरियापुर और लक्ष्मणपुर रेलवे स्टेशन के बीच इस रायबरेली से चली पैसेंजर ट्रेन को टीम के अफसरों ने रोक लिया था। ट्रेन के दोनों पायलट और दूसरे कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी गई थी कि जानकारी आगे न बढ़ाई जाए।
कनकहा से लौटी एसपीएआरएम वैन : डिरेलमेंट की खबर पर लखनऊ से रेलवे की सेल्फ प्रपेक्ट एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल वान (एसपीएआरएम वैन) और एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन रवाना हो चुकी थी। सेल्फ प्रपेक्ट एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल वान कनकहा पहुंच गई थी। जबकि एआरटी भी उतरेटिया के करीब थी। मॉकड्रिल पता चलने के बाद ये ट्रेनें वापस कर दी गईं।