टूरिस्ट परमिट पर दिल्ली तक दौड़ रहीं लग्जरी बसें
पग-पग पर होती बस संचालकों की निगहबानी एक सीट का 950 से 1300 रुपये तक देना होता है किराया
रायबरेली : जिला मुख्यालय ही नहीं बल्कि, आसपास के जिलों से प्रतिदिन लग्जरी बसें दिल्ली के लिए फर्राटा भरती हैं। इसके लिए ट्रेनों के एसी कोच में सफर करने के बराबर कीमत चुकानी पड़ती है। हैरत की बात है कि पुलिस और परिवहन विभाग इनपर कृपा बनाए हुए है। बाराबंकी में गत दिनों हुए हादसे के बाद भी सबक नहीं लिया जा रहा।
करीब 25 से 30 लग्जरी बसें हैं, जो प्रतिदिन प्रतापगढ़, अठेहा, सलोन, परशदेपुर, बनारस, सोनभद्र, मिर्जापुर, भदोही, अमेठी, डलमऊ से सवारियां भरकर दिल्ली जाती हैं। यह बसें जिला मुख्यालय होकर जाती हैं। इन बसों की बुकिग के समय ही इनके अलग-अलग स्टापेज पर आने का समय बता दिया जाता है। शहर में शाम के समय सिविल लाइंस से लेकर गोल चौराहे तक ये बसें आकर रुकतीं और सवारियां भरकर आगे बढ़ जाती हैं। बैठने के लिए 950 और लेटकर जाने के लिए 1300 रुपये तक देने पड़ते हैं। बस संचालक टूरिस्ट परमिट पर दिल्ली का 600 किमी का सफर तय करके सरकार को चूना लगा रहे हैं।
मजबूत है परिवहन माफिया का नेटवर्क
दिल्ली का एक चक्कर लगाने पर एक लाख का मुनाफा होता है। परिवहन माफिया बसों को यहां से लेकर लखनऊ एक्सप्रेस-वे तक खुद पहुंचाने जाते हैं। उनका मानना है कि एक्सप्रेस-वे पर गाड़ी चढ़ने के बाद चेकिग का खतरा कम हो जाता है। ऐसे में उनका पूरा जोर होता है कि दो जिलों के जिम्मेदार अफसर मैनेज हो जाएं। इसके लिए मजबूत नेटवर्क बनाया गया है।
दिल्ली जाने वाली बसों के खिलाफ समय-समय पर जांच की जाती है। कई बसों को चालान किया गया है। अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
मनोज कुमार सिंह, एआरटीओ प्रवर्तन