विकास कार्यों में अव्यवस्था देख बिफरीं नोडल अधिकारी
- नगर पालिका ईओ जल निगम जेई समेत कई अधिकारियों को लगाई फटकार
रायबरेली : जनपद की नोडल अधिकारी व अपर मुख्य सचिव ने शनिवार को शहर से लेकर ग्रामीणअंचल तक कई मलिन बस्तियों और गांवों का निरीक्षण किया। उनका मुख्य फोकस स्वच्छता पर रहा। इस दौरान काम में ढिलाई बरतने वाले अधिकारियों को उन्होंने जमकर फटकार लगाई।
सुबह सबसे पहले नोडल अधिकारी आराधना शुक्ला मलिकमऊ गांव पहुंची। वहां उन्होंने गांव के गंगाराम पाल को बुलाया और शौचालय, साफ सफाई, पेयजल आदि के बारे में जानकारी ली। फिर गांव का भ्रमण किया और शौचालयों का निर्माण न होने पर ईओ बालमुकुंद मिश्र को कड़ी फटकार लगाई। साथ ही लाभार्थियों को भी चेताया कि जब उन्हें पहली किश्त दी जा चुकी है तो उन्होंने अब तक निर्माण कार्य शुरू क्यों नहीं कराया। गांव के एक बुजुर्ग ने हैंडपंप से गंदा पानी आने की शिकायत की। अधिकारी ने नल चलवाकर देखा तो उसमें गंदा पानी आ रहा था। इस पर उन्होंने जल निगम के जेई को कड़ी फटकार लगाई। स्वास्थ्य संबंधी अभियानों के बाबत जानकारी न देने पर उन्होंने सीएमओ को भी चेतावनी दी। फिर वह नगर पालिका के ही जैतूपुर वार्ड गई और विकास कार्यों की पड़ताल की। इस दौरान उनके साथ डीएम शुभ्रा सक्सेना, सीडीओ अभिषेक गोयल, स एमओ डॉ. संजय शर्मा आदि मौजूद रहे। नगर पंचायत परशदेपुर में उन्होंने अध्यक्ष विनोद कौशल से मलिन बस्तियों में विकास कार्यों की जानकारी ली।
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परखी स्वच्छता की हकीकत
ऊंचाहार : दोपहर में नोडल अधिकारी तहसील के गांव उमरन गांव की मलिन बस्ती में पहुंची। नोडल अधिकारी ने मलिन बस्तियों में पहुंचकर शौचालय देखा और उसके प्रयोग को लेकर ग्रामीणों से बात की। उनका फोकस महिलाओं पर ज्यादा रहा। उन्होंने कोरोना को लेकर स्वास्थ विभाग द्वारा की जाने वाली थर्मल स्क्रीनिग के बाबत भी जानकारी हासिल की। नालियों की स्वच्छता, कूड़ा प्रबंधन, एएनएम द्वारा टीकाकरण तथा विभिन्न प्रदेशों से आए हुए प्रवासियों के बारे में भी जानकारी ली।