खतरे में पड़ी एक गांव की सरकार, 640 में शपथ ग्रहण
जिले की संगठित 641 में से सिर्फ 640 ग्राम पंचायतों में ही शपथ ग्रहण हो सका।
रायबरेली : जिले की संगठित 641 में से सिर्फ 640 ग्राम पंचायतों में ही शपथ ग्रहण हो सका। सरेनी के हरीपुर गांव की सरकार कोरम पूरा न होने के कारण खतरे में पड़ गई। हालांकि, दो अन्य जगहों पर कोरम अधूरा होने के बाद भी शपथ दिलाई गई। इसे लेकर देर शाम तक अफसर असमंजस में रहे। किसी के पास कोई उचित जवाब नहीं था।
यहां कुल 988 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें से सिर्फ 641 में ही प्रधान और सदस्यों को शपथ दिलाई जानी थी। मंगलवार को 387 गांवों में शपथ ग्रहण हो चुका था। 254 ग्राम पंचायतों में बुधवार को शपथ दिलाने की तैयारी थी। सिर्फ सरेनी की हरीपुर ग्राम पंचायत को छोड़ दें तो अन्य जगह यह कार्य पूरा भी हो गया। एडीपीआरओ सूर्य बक्श सिंह ने बताया कि कोरम अधूरा होने के कारण हरीपुर में शपथ ग्रहण नहीं हो सका है। दो तिहाई से कम सदस्यों पर खीरों के बकुलिहा और अमावां के मंचितपुर में शपथ ग्रहण होने के सवाल पर वे कोई जवाब नहीं दे सके।
इनसेट
शपथ के लिए छिपाई जा रही थी जानकारी
बीडीओ सरेनी अवनींद्र कुमार तिवारी का कहना है कि हरीपुर में एक सदस्य का निधन शपथ ग्रहण की अधिसूचना के पहले ही हो गया था। इसके कारण कोरम अधूरा था, लेकिन यह जानकारी समय से दी नहीं गई। उच्चाधिकारियों से बातचीत के बाद ही शपथ ग्रहण रोका गया है। 22 सदस्यों ने नहीं ली शपथ
जिले में कुल 22 ग्राम पंचायत सदस्यों ने शपथ ग्रहण नहीं किया। राही की मोहम्मदपुर कुचरिया में दो, सतांव के कोंसा में चार, खीरों के बकुलिहा में 11, रोहनिया के इटौरा में एक और मवई में तीन सदस्यों ने शपथ ग्रहण नहीं किया है। ऐसे में संबंधित वार्डों में यह पद स्वत: रिक्त हो जाएंगे।